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प्रधानमंत्री मोदी ने मई 2020 में बोला था ‘आत्मनिर्भरता’, यह शब्द बन गया वर्ड ऑफ ईयर 2020

Highlights. - ऑक्सफोर्ड हर साल ऐसे शब्दों या विचारों की तलाश में रहता है, जो पूरे साल चर्चा में रहते हैं- सबसे अधिक ट्रेंड में रहने वाले शब्द या विचार को भाषा विशेषज्ञ उसे वर्ड ऑफ ईयर चुनते है- पिछले साल अंग्रेजी में कोई एक शब्द नहीं बल्कि, कई शब्द चर्चा में रहे, ऐसे में उसमें वर्ड्स ऑफ ईयर चुना गया  

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Ashutosh Pathak

Feb 11, 2021

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नई दिल्ली।
पहली बात, यह तो सभी जानते हैं कि दुनिया की सबसे चर्चित डिक्शनरी अगर किसी को मानते हैं, तो वह है ऑक्सफोर्ड। इस पर लोग भरोसा भी करते हैं। अब दूसरी बात, प्रत्येक वर्ष कोई न कोई ऐसा शब्द या विचार जरूर होता है, जो उस पूरे साल में ज्यादातर समय दुनिया के तमाम हिस्सों चर्चा में बना रहता है।

ऑक्सफोर्ड हर साल ऐसे शब्दों या विचारों की तलाश में रहता है। कुछ को शॉर्टलिस्ट करके सबसे चर्चित शब्द या विचार को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जगह देकर उसे वर्ड ऑफ ईयर का खिताब दिया जाता है। अब एक और हैरान वाली बात यह है कि अब तक ये शब्द या विचार ज्यादातर अंग्रेजी या दूसरी भाषाओं में होते थे, मगर वर्ष 2020 में ऑक्सफोर्ड के भाषा विशेषज्ञों ने हिन्दी के शब्द को वर्ड ऑफ ईयर चुना है। यह शब्द प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कारोनाकाल में इस्तेमाल किया और यह दुनियाभर में ट्रेंड हो गया। यही नहीं, बहुत से लोगों ने इसे विचार मानते हुए इसे आत्मसात भी किया। यह शब्द है 'आत्मनिर्भरता'।

अंग्रेजी का शब्द क्यों नहीं
दरअसल, वर्ष 2020 सभी के लिए कई मायनों में यादगार रहा। कोरोना, कोरोनावायरस, फेसमास्क, मास्क, कोविड, पैनडेममिक, सोशल डिस्टेंसिंग, लॉकडाउन, वायरस, क्वारंटीन जैसे शब्द भी चर्चा में रहे। इसके अलावा ब्लैक लाइव्स मैटर, क्लाइमेंट जैसे कई और शब्द भी चर्चित रहे। ऐसे में अंग्रेजी में वर्ष 2020 में वर्ड ऑफ ईयर की वर्ड्स ऑफ ईयर चुने गए।

हिन्दी में वर्ड ऑफ 2020 आत्मनिर्भरता की चर्चा
ऑक्सफोर्ड के भाषा विशेषज्ञों की मानें तो वर्ष 2020 में आत्मनिर्भरता शब्द बेहद चर्चा में रहा। यह न सिर्फ शब्द बल्कि एक विचार और जरूरत के तौर पर लोगों तक पहुंच गया। मई 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने भाषण के दौरान यह शब्द कहा था। इसके बाद यह ट्रेंड में आ गया। विशेषज्ञों के अनुसार, इस शब्द का उपयोग घरेलू कार्यों से लेकर सरकारी नीतियों, नौकरियों, व्यापार, विज्ञान, आम से लेकर खास सभी के बीच रहा।