पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अखिल भारती आयुर्विज्ञान संस्थान में रविवार को अंतिम सांसें ली। बिहार की राजनीति में रघुवंश बाबू के नाम से जाने-पहचाने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री को कुछ दिन पहले ही दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था।
PM Modi ने बांका में किया पेट्रोलियम बॉटलिंग प्लांट का उद्घाटन, कहा – विकास की राह पर तेजी से बढ़ रहा है बिहार पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने अखिल भारती आयुर्विज्ञान संस्थान में रविवार को अंतिम सांसें ली। बिहार की राजनीति में रघुवंश बाबू के नाम से जाने-पहचाने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री को कुछ दिन पहले ही दिल्ली एम्स में भर्ती किया गया था।
समाजवादी विचारधारा के कद्दावर नेता रघुवंश सिंह की हालत पिछले कुछ दिनों से गंभीर बनी हुई थी। जानकारी के मुताबिक उनको सांस लेने में भी दिक्कत हो रही थी। दिल्ली के एम्स में उपचाराधीन रघुवंश बाबू की निगरानी 4 डॉक्टरों की टीम लगी हुई थी।
रघुवंश बाबू के परिवार के सदस्यों ने रविवार सुबह में भी जानकारी दी थी कि वो अभी भी वेंटिलेटर पर ही हैं। उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। वह 4 अगस्त को दिल्ली स्थित एम्स में इलाज कराने के लिए भर्ती हुए थे। पिछले चार दिनों से वेंटिलेटर पर थे।
बिहार में चुनाव, ऐन मौके पर Mahagathbandhan की सियासी तबीयत हुई खराब बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता लालू यादव के सबसे चहेते नेताओं में से एक थे। लालू यादव उनकी विशेष इज्जत करते थे। हाल ही में उन्होंने आरजेडी के युवा नेता तेजस्वी यादव की कार्यशैली से नाराज होकर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
जानकारी के मुताबिक जेडीयू के कुछ नेता उनसे लगातार संपर्क में बने हुए थे। सीसम नीतीश् कुमार की इच्छा थी कि आरजेडी में रघुवंश बाबू को उचित सम्मान नहीं मिल रहा है। इसलिए उन्हें जेडीयू में शामिल होने के लिए मना लिया जाए। ताकि उनकी सोच और आदर्श का पार्टी को लाभ मिल सके।