
नई दिल्ली। कृषि कानून ( New farm law ) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन ( Farmer protest ) जारी है। किसान नेता इस आंदोलन को तेज करने के लिए आगे की रणनीति तय कर रहे हैं, ऐसे में शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ( Rakesh Tikait ) ने मंच से किसानों को संबोधित कर कई महत्वपूर्ण बातें कहीं। शनिवार को गाजीपुर बॉर्डर ( Ghazipur border ) पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेता पहुंचे और महात्मा गांधी के पोती तारा गांधी भट्टाचार्य भी किसानों से मिलने पहुंची हुई थीं। इस दौरान राकेश टिकैत ने मंच से कहा कि किसान आंदोलन होगा और चलता रहेगा, चाहे गर्मी हो या बरसात। गर्मियों में बॉर्डर पर जनरेटर लगाए जाएंगे और जिस तरह गांव गांव से पानी आया है, उसी तरह डीजल भी गांव गांव से आएगा।
बॉर्डर पर किसान एसी और कूलर में सोएंगे
बॉर्डर पर किसान एसी और कूलर में सोएंगे, आंदोलन स्थल ही हमारे घर हैं। सरकार हमें बिजली के कनेक्शन दे, नहीं तो हमें मजबूरी में यहां जनरेटर लगवाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि, "सरकार ने किसानों की राह में जो कीलें गाड़ी हैं, उन्हें निकालकर ही जाएंगे। हम दिल्ली के मेहमान हैं। आएंगे, जाएंगे और खेती का काम भी होगा। सरकार बात करेगी तो हमारा संयुक्त मोर्चा भी बात करेगा। टिकैत ने किसानों से कहा कि हम जल्द ही 8 से 10 सवाल बनाकर आप सभी को देंगे ,जब भी ये वोट मांगने आए तो उनसे ये सवाल पूछ लेना। महराष्ट्र, गुजरात और बंगाल में भी बैठक रखेंगे। वहां की सरकार क्या कर रही है ये भी पता करेंगे।"
ट्रैक्टर-ट्राली मजबूत रखना आंदोलन होता रहेगा
टिकैत ने किसानों से आह्वान किया कि अपने ट्रैक्टर-ट्राली मजबूत रखना आंदोलन होता रहेगा। एक नजर आंदोलन पर और एक नजर अपने खेत पर रखो।जल्द ही एक बड़ी पंचायत मुजफ्फरनगर में करेंगे, उसमें खाप पंचायतों की ओर से पूरी व्यवस्था होगी। जिसकी जानकारी भी जल्द देंगे, इस महापंचायत में पंजाबियों को लंगर लेकर नहीं आना है सारी व्यवस्था हम ही करेंगे और हमारे गांव वाले करेंगे।
Updated on:
13 Feb 2021 10:31 pm
Published on:
13 Feb 2021 10:14 pm
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