डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम ने हरियाणा की रोहतक जेल में नियमित रूप से काम करने के कारण अपना वजन 20 किलोग्राम कम कर लिया है और 6 हजार रुपये की कमाई भी कर ली है।
चंडीगढ़। अपनी शिष्याओं के साथ बलात्कार का दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम फिलहाल हरियाणा की रोहतक जेल में 20 साल की सजा काट रहा है। जेल में नियमित रूप से काम करने के कारण राम रहीम ने अपना वजन 20 किलोग्राम कम कर लिया है और 6 हजार रुपये की कमाई भी कर ली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 2017 में जब राम रहीम को सजा सुनाई गई थी जब उसका वजन 104 किलोग्राम था। लेकिन अब यह 20 किलोग्राम घटकर 84 किलो हो गया है। आम कैदियों से अलग राम रहीम हाई प्रोफाइल है, इसलिए रोहतक जेल में उसे 10 गुणा 12 फीट आकार की स्पेशल सेल में रखा गया है। इस सेल में तीन अन्य नंबरदार भी रहते हैं।
अगले महीने से आधार सत्यापन के लिए जरूरी होगी चेहरे की पहचान! राम रहीम को अन्य कैदियों या विचाराधीन कैदियो से दूर रखा जाए, इसके लिए स्पेशल सेल की बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था भी की गई है। बीते कुछ वक्त में जेल से बाहर निकले विचाराधीन कैदियों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक रोहतक जेल के भीतर राम रहीम को वीआईपी सुविधाएं दी जा रही हैं। हालांकि जेल प्रशासन ने इन दावों को खारिज किया है।
अगर बात करें जेल में राम रहीम की दिनचर्या के बारे में तो जेल अधिकारियों का गुप्त पहचान रखे जाने पर कहना है कि अब डेरा सच्चा सौदा प्रमुख के बाल, लंबी-काली दाढ़ी-मूंछें आधी सफेद हो चुकी हैं। दिन में वो खेती करने के साथ सब्जियों की देखभाल करते हैं। नियमित कैदियों और उनकी प्रोफाइल के हिसाब से उन्हें रविवार और सरकारी छुट्टियों के अलावा बाकी दिन बागवानी करनी होती है। इसके बदले उन्हें रोजाना 20 रुपये मेहनताना दिया जाता है। अब तक राम रहीम ने कुल 6,000 रुपये की कमाई कर ली है।
डब्लूएचओ की रिपोर्ट में खुलासाः हिंदुस्तानियों की उम्र में आ रही दो साल की गिरावट वो रोजाना सुबह 6 बजे उठता है और फिर चाय दी जाती है। इसके बाद वो कसरत और पूजा करता है। सुबह 8 बजे नाश्ते में उसे पॉव रोटी और मौसमी फल दिए जाते हैं। मौसम के हिसाब से उन्हें अपने सेल से बाहर काम करने की इजाजत दी जाती है। दोपहर एक बजे तक काम करने के बाद उसे रोटी और दाल दी जाती है। इसके बाद शाम 5 बजे तक सेल में ही आराम करने को कहा जाता है।
जहां आम कैदियों को शाम के वक्त एक-दूसरे से मिलने-जुलने की इजाजत होती है, राम रहीम अपना वक्त किताबें पढ़ने या फिर कविता लिखने में बिताता है। मेहनत करने के चलते अब वो एक स्वस्थ कैदी बन चुके हैं। शुरुआत में उन्हें जेल की जिंदगी के साथ तालमेल बिठाने में थोड़ा वक्त लगा था, लेकिन धीरे-धीरे वो जेल के माहौल में रम गए। गर्मियों की शुरुआत में राम रहीम की स्पेशल सेल में कूलर लगाने की डिमांड की गई थी, हालांकि जेल मैनुअल के चलते उन्हें इसकी मंजूरी नहीं मिली।