नई दिल्ली। ब्लैक मनी पर सर्जिकल स्ट्राइक का फैसला पीओके में हुए 'सर्जिकल स्ट्राइक' से ज्यादा सीक्रेट था। यह स्ट्राइक हुई तो आठ नवंबर की आधी रात को, लेकिन देश के बड़े-बड़े मंत्रियों को भी इसकी खबर नहीं थी। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक इस योजना की जानकारी सिर्फ चार लोगों को ही थी.। पहले- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दूसरे- वित्त मंत्री अरुण जेटली और सरकार व आरबीआई के एक-एक अफसर। इनके अलावा किसी को भी, यहां तक कि काले धन की जांच कर रही एसआईटी (विशेष जांच दल) के अध्यक्ष जस्टिस एमबी शाह को भी इस योजना का जरा भी अंदाजा नहीं था।