जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मौजूदा समय में देश के डॉक्टर्स और पैरामेडकिल स्टाफ संकट की इस घड़ी में बिना कोई आवकाश लिए काम कर रहे हैं। उनका काम काफी सराहनीय है। ऐसे में लंबे समय तक काम करने की वजह से उन्हें आराम की सख्त जरुरत है। जिसके लिए ब्रेक देना काफी जरूरी हो गया है। ताकि वो दोबारा से फ्रेश होकर अपनी सेवाओं में जुट सके। आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट का बयान तब आया जब एक खंडपीठ कोविड 19 संकट के प्रबंधन और शवों के दुरुपयोग से संबंधित एक मुकदमे की सुनवाई कर रही थी।