
नई दिल्ली। मीटू कैंपेन के अतंर्गत यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री व वरिष्ठ पत्रकार एमजे अकबर पर विपक्षी पार्टियों के हमले तेज होते जा रहे हैं। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने एमजे अकबर से इस्तीफे की मांग की है। इसके साथ ही उनसे इस मामले में स्पष्टीकरण की मांग रखी है। वहीं, विदेश राज्य मंत्री पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं की संख्या बढ़ कर छह हो गई है। आपको बता दें कि जब वह संपादक थे तो उन्होंने कई महिला पत्रकारों का यौन शोषण किया था। इस कड़ी में कई पत्रकारों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर एमजे अकबर पर सार्वजनिक रूप से आरोप लगाए हैं।
दरअसल, एक महिला पत्रकार ने विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर सबसे पहले आरोप लगाया था। इस महिला पत्रकार ने सोशल मीडिया पर अपनी स्टोरी शेयर करते हुए उनका नाम सार्वजनिक किया था। आपको बता दें कि इससे पहले महिला पत्रकार ने पिछले साल अक्टूबर में वोग इंडिया में आर्टिकल लिखा था, जिसमें उन्होंने डियर मेल बॉस को संबोधित करते हुए एक लेख था। पत्रकार ने अपना यह आर्टिकल उस समय दुनिया भर में शुरू हो चुके मीटू कैंपेन की पृष्ठभूमि में लिखा था। हालांकि उस समय तो उन्होंने किसी का नाम को सार्वजनिक नहीं किया था। इस कहानी में असल मोड़ तब आया जब महिला पत्रकार ने आठ अक्टूबर को अपने आर्टिकल के लिंक को शेयर करते हुए लिखा कि उनकी पुरानी स्टोरी एमजे अकबर से जुड़ी थी। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि उसने उस समय एमजे अबकर का नाम इस लिए सार्वजनिक नहीं किया था कि उन्होंने उसके साथ 'कुछ' नहीं किया, लेकिन कई अन्य महिलाएं इस मामले से जुड़ी हो सकती हैं।
इस मामले में खुलासे के बाद एक मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि अब तक कुल मिलाकर छह महिला पत्रकारों ने विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर पर आरोप लगाए हैं। ऐसी ही एक महिला पत्रकार का कहना है कि वह सब कुछ जानती है कि क्योंकि उसने तीन सालों तक एमजे अकबर के साथ काम किया है। महिला का कहना है कि जब उसने एक अखबार ज्वाइन किया था, तब एमजे अकबर वहां संपादक थे और ज्वाइनिंग के समय ही उसे उनके बारे में बताया गया था।
Published on:
10 Oct 2018 03:22 pm
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