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Coronavirus से खतरनाक जानलेवा बीमारियां, जो हर साल लाखों को उतार रहीं मौत के घाट, दुनिया भर में है प्रकोप

locationनई दिल्लीPublished: May 19, 2020 10:00:40 am

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights
-पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और अन्य कई राज्यों में कोविड-19 के कई हजार नए मामले सामने आए हैं
-स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक 3163 लोगों की मौत हुई है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनके चलते लाखों लोग हर साल अपनी जान गंवाते हैं
-कोरोना वायरस के हर रोज बढ़ते आकंड़ों को देखकर आप खबरा भले ही जाते होंगे पर इससे भी खतरनाक बीमारियां है �%9

Coronavirus से खतरनाक जानलेवा बीमारियां, जो हर साल लाखों को उतार रहीं मौत के घाट, दुनिया भर में है प्रकोप

Coronavirus से खतरनाक जानलेवा बीमारियां, जो हर साल लाखों को उतार रहीं मौत के घाट, दुनिया भर में है प्रकोप

नई दिल्ली. कोरोनावायरस का कहर लगातार जारी है। देश में कोरोना वायरस से अभी तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या एक लाख (1,00,000) के चिंताजनक आंकड़े को पार कर गई। पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और अन्य कई राज्यों में कोविड-19 के कई हजार नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अभी तक 3163 लोगों की मौत हुई है, लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में ऐसी कई बीमारियां हैं, जिनके चलते लाखों लोग हर साल अपनी जान गंवाते हैं। कोरोना वायरस के हर रोज बढ़ते आकंड़ों को देखकर आप खबरा भले ही जाते होंगे पर इससे भी खतरनाक बीमारियां है जिससे हर रोज कई लोग अपनी जान गंवा देते है। इनमें कार्डियोवस्कुलर डिसीज़ (Cardiovascular disease) है, जो दिल और खून की वहनियों से जुड़ी बीमारियां है। यह कोरोना से भी घातक है।
World in Data के आंकड़ों के मुताबिक दुनिया भर में 2017 में हर रोज कार्डियोवस्कुलर डिसीज़ (CVD)की वजह से करीब 48,700 लोगों की मौत हुई। कैंसर मरने वालों की संख्या भी कोरोना से अधिक है, जिससे रोज करीब 26,181 लोग मरते हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि WHO की 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक डायबिटीज के चलते भारत में 2.20 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई है। WHO की ही 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में टीबी यानि ट्यूबरक्लोसिस के चलते 4.40 लाख लोग मौत का शिकार बने। कोरोना की सबसे खतरनाक बात यह है कि यह बीमारी एक शख्स से दूसरे में तेजी से फैलता जाता है और यही कोरोना को सबसे घातक बना रहा है।
कोरोना वायरस से 31 दिसंबर 2019 से 15 मई 2020 के बीच रोज औसतन 2,205 लोगों की मौत हुई, 11 मार्च (जब कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया गया) से 15 मई तक रोज औसतन 4,517 लोगों की मौत हुई और 13 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच रोज औसतन 7504 मौतें हुईं।
आइए जानते हैं क्या कहते हैं 2017 के आंकड़े

कार्डियोवस्कुलर डिजीज़
मौत – 48,742

कैंसर
मौत – 26,181

सांस की बीमारियां
मौत- 10,724

डिमेंशिया
मौत- 6,889

पाचन तंत्र की बीमारियां
मौत- 6,514

डीयबिटीज
मौत- 3,753
लीवर की बीमारियां
मौत- 3,624

किडनी की बीमारियां
मौत- 3,370

पार्किंसन बीमारी
मौत- 933

शराब का अत्याधिक सेवन
मौत- 507

ड्रग्स का अत्याधिक सेवन
मौत- 456

फैलने वाली और आनुवंशिक बीमारियां

लोवर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन- 7,010
नियोनिटल डिसऑर्डर- 4,887
डायरहोइल बीमारी- 4,300
ट्यूबरक्युलोसिस- 3,243
एड्स- 2,615
मलेरिया- 1,698
मेनिनजिटिस- 789
पोषण की कमी- 740
प्रोटीन-एनर्जी मालन्यूट्रिशन- 635
मैटरनल डिसऑर्डर- 531
हेपेटाइटिस- 346
चोट लगने या अन्य वजह से

सड़क हादसों में- 3,406
आत्महत्या- 2,175
होमीसाइड- 1,111
डूबने से- 809
झगड़े में- 355
आग से- 330
जहर से- 198
गर्मी और ठंड से- 146
आतंकवाद से- 72
प्राकृतिक आपदा से- 26

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