
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir)के हंदवाड़ा में शहीद हुए मेजर अनुज सूद के पिता ने कहा- अनुज ने अपना वादा पूरा किया है। उसने कहा था 3 मई को घर आऊंगा। वह आया, लेकिन तिरंगे में लिपटकर। वो शहादत का जाम पीने के बाद घर लौटा। बात करते हुए मेजर अनुज के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर (Retired Brigadier)चंद्रकांत सूद भावुक हुए, लेकिन जल्द ही खुद को संभालते हुए बोले- 'मुझे बेटे की शहादत पर गर्व है। वह देश का बेटा था, देश के लिए शहीद हो गया।'
शादी के कुछ दिनों पहले ही चले गए ड्यूटी
चंद्रकांत सूद कहते हैं- 21 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर अनुज सूद (30) शादी के कुछ दिनों बाद ही ड्यूटी पर चला गया था। तीन तीन मई को घर आने का वादा उसने किया था। उसके आने की खबर से पूरा परिवार खुश था। लेकिन अनुज तीन मई को ही घर पहुंचा, लेकिन देश पर अपने प्राण न्योछावर करने के बाद। उसकी शहादत से मेरा सिर ऊंचा हुआ है।
सेना में जाना चाहती है शहीद की पत्नी
दूसरी तरफ शहीद मेजर अनुज सूद की पत्नी आकृति सिंह ने सेना में जाने की इच्छा जताई है। हरियाणा विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 4 मई को वह अमरावती एंक्लेव स्थित शहीद के परिवार को सांत्वना देने गए थे। परिवार के सारे सदस्यों से बात हुई थी। इसी दौरान शहीद मेजर अनुज सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने बताया कि बहू आकृति भी सेना में जा सकती है क्योंकि उनका पूरा परिवार देश को समर्पित है।
दोस्त बोला- ऐसा दोस्त मिलना बेहद मुश्किल
इस मौके पर अनुज सूद के क्लासमेट रहे कमलजोत सिंह कहते हैं कि अनुज जैसा दोस्त मिलना बेहद मुश्किल है। वे दोस्तों पर जान छिड़कता था। स्कूल के दिनों से ही उसकी इच्छा आर्मी में जाने की थी। वह अपने पिता को अपना रोल मॉडल मानता था।
'अब भी नहीं हो पाएगी बात'
कमलजोत बताते हैं कि कश्मीर में ड्यूटी के दौरान उनकी अनुज से फोन पर बात हुई थी। तब उन्होंने पूछा था कि वहां पर आतंकी खतरा ज्यादा है। इस पर अनुज ने कहा था कि ड्यूटी का असली मजा कश्मीर में ही है। उसके बाद काफी समय से अनुज से बात नहीं हुई, इस बात का मलाल रहेगा। अब कभी उससे बात नहीं हो पाएगी।
हंदवाड़ा में शहीद हुए मेजर अनुज सूद
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में हुई आतंकी मुठभेड़ में शहीद मेजर अनुज सूद शहीद हुए हैं। मंगलवार को मेजर सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने बेटे के पार्थिव शरीर को कंधा दिया और उसके बाद मुखाग्नि दी। दो साल पहले शहीद अनुज की शादी हुई थी। उनका अभी कोई बच्चा नहीं था।
Updated on:
06 May 2020 12:57 pm
Published on:
06 May 2020 12:54 pm
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