आईआईटी खड़गपुर करेगा समन्वय एक अक्टूबर से शुरू होने वाली इस परियोजना का समन्वय भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) खड़गपुर द्वारा किया जाएगा और इसमें दुनिया के 500 अव्वल दर्जे के संस्थानों को शामिल किया जाएगा। जावड़ेकर ने ट्वीट किया, ‘SPARC भारतीय संस्थानों और दुनिया के बेहतरीन विश्व विद्यालयों के बीच संयुक्त अनुसंधान परियोजना है।’ इससे भारतीय शैक्षणिक संस्थाओं को विदेशी संस्थाओं के साथ मिलकर की जाने वाली रिसर्च का फायदा मिलेगा।
…ये है स्पार्क का पूरा प्लान उन्होंने कहा, ‘इससे विद्यार्थियों, संकायों और भारतीय संस्थाओं को दुनियाभर में अपना अनुभव बढ़ाने में काफी मदद मिलेगी। SPARC में प्रौद्योगिकी, विज्ञान और भारत के लिए प्रासंगिक समाजिक विज्ञान समेत प्रमुख क्षेत्रों की संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। आईआईटी खड़गपुर इस परियोजना के लिए संस्थानों के बीच समन्वय स्थापित करेगा और परियोजना 1 अक्टूबर 2018 से चालू होगी।’ इसका फायदा भारत के स्कॉलर्स को भी मिलेगा। रिसर्च को लेकर भारत के अब तक की भारत की सबसे परियोजनाओं में स्पार्क का नाम शुमार हो जाएगा।