मुख्यमंत्री के कार्यालय की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जयकुमार तथा उनकी पत्नी देविका को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन ने सेक्रेटेरिएट में बुलाकर सम्मानित किया है। आग से बचाए गए 36 नवजात शिशु एवं 11 छोटे बच्चे इन्क्यूबेटर्स में रखे गए थे जबकि उनकी माताएं उनकी देखभाल कर रही थी परन्तु अस्पताल में अचानक आग लगने से अफरा-तफरी मच गई और नुकसान होने की संभावनाएं बन रही थी। परन्तु उसी समय हॉस्पिटल में मेल नर्स जयकुमार ने समझदारी से काम लेते हुए खिड़कियों को खोला ताकि शिशुओं का दम न घुटे और आग को बुझाने का हरसंभव प्रयास किया। समय रहते उनके द्वारा किए गए प्रयासों ने 47 बच्चों को बचा लिया।