छह हजार को किया प्रशिक्षित –
भावना बताती हैं कि उन्होंने छह हजार महिलाओं को स्वरोजगार के लिए निशुल्क प्रशिक्षण भी दिया है। इसमें उन्हें सिलाई-कढ़ाई, पार्लर, आर्ट एंड क्राफ्ट, डांस और डिजिटल साक्षरता की ट्रेनिंग दी गई है। डिजिटल सखी का भी महिलाओं ने प्रशिक्षण लिया है।
मजाक भी उड़ाया, ताने भी सुनाए –
भावना सेनेटरी पैड को लेकर जागरूकता लाने का काम भी कर रही हैं। वे कहती है΄ कि जब वे माहवारी से जुड़े मुद्दो΄ पर बात करने जाती थीं, तो उन्हें इसके लिए लोगों के ताने भी सुनने पड़े है΄। भावना का मजाक भी उड़ाया गया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।