हालांकि, यह इस किस्म का दूसरा टेंट है, जो पहले बने टेंट का विकसित स्वरूप है। पहले टेंट को भी सोनम ने ही करीब दस साल पहले विकसित किया था। ठंडे इलाकों में चरवाहों के लिए सोनम ने काफी पहले सोलर हीट वाला एक प्रोटो टाइप तैयार किया था। सोनम के मुताबिक, बावजूद इसके सरकार कॉटन टेंट ही बांटती रही है।
सोलर हीटेड यह टेंट पोर्टेबल है और इसे किसी भी जगह लगाया जा सकता है। हालांकि, सोनम ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस टेंट को बनाने में उन्होंंने किस मटेरियल का इस्तेमाल किया है।
इसके लिए उन्होंने अभी पेंटेंट का दावा किया हुआ है। सोनम के मुताबिक, धूप से गर्मी को स्टोर करने के लिए टेंट में सामान्य डिजाइन हैं। पानी के जरिए धूप की गर्मी को स्टोर किया जाता है। यह रात में ठंडे तापमान में काम आती है। अधिकतम 30 किलो भार वाले इस टेंट को पीठ पर लेकर कहीं भी लाया जा सकता है। सोलर हीट वाले इस टेंट की कीमत फिलहाल 5 लाख रुपए तक है, लेकिन इसका अपग्रेडेड वर्जन की कीमत 9 से 10 लाख रुपए में आएगा।