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नहीं रहे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, ये हैं उनके नाम वो दो रिकॉर्ड, जिसे शायद ही कोई राजनेता कभी तोड़ पाए

अटल बिहारी वाजपेयी के नाम हैं दो ऐसे रिकॉर्ड, जिसे शायद ही कोई राजनेता कभी तोड़ सके।

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Atal bihari vajpayee

नहीं रहे पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी, ये हैं उनके नाम वो दो रिकॉर्ड, जिसे शायद ही कोई राजनेता कभी तोड़ पाए

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी का आज निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के एम्स में शाम पांच बजकर पांच मिनट पर अंतिम सांस ली। उनकी मौत की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। वैसे तो अटल जी ने अपनी जिंदगी में कई कीर्तिमान हासिल किए हैं, लेकिन दो रिकॉर्ड उन्होंने ऐसे बनाए हैं जिसे शायद ही कभी कोई नेता तोड़ सके।

चार राज्यों से लड़े थे अटल जी चुनाव

अटल बिहारी वाजपेयी इकौलते ऐसे नेता थे, जिन्होंने चार अलग-अलग राज्यों से लोकसभा चुनाव लड़े थे। अटल जी ने जिन राज्यों से चुनाव लड़े उनमें उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश और दिल्ली शामिल हैं। वाजपेयी जी उत्तर प्रदेश के लखनऊ और बलरामपुर से चुनाव लड़े। वहीं, मध्य प्रदेश के ग्वालियर और विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। गुजरात के गांधीनगर और दिल्ली के संसदीय क्षेत्र नई दिल्ली से भी अटल जी ने लोकसभा चुनाव लड़ा। सबसे बड़ी बात यह है कि इन सभी जगहों से अटल जी लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं। वह पहले ऐसे सांसद बने जिन्हें चार राज्यों यूपी, एमपी, गुजरात और दिल्ली से चुना गया।

एक साथ तीन लोकसभा सीट से लड़े थे चुनाव
वहीं, वाजपेयी जी के नाम दूसरा ऐसा रिकॉर्ड है, जो बेहद ही चौंकाने वाला भी है और दिलचस्प भी है। वाजपेयी जी साल 1957 में उत्तर प्रदेश के तीन संसदीय क्षेत्रों लखनऊ, बलरामपुर और मथुरा से चुनाव लड़े थे। बलरामपुर से अटल जी चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंच गए थे, लेकिन लखनऊ और मथुरा में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। वहीं, मथुरा में तो उनकी जमानत भी जब्त हो गई थी। बहरहाल, अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अटल जी की मौत से देश और राजनीति को काफी क्षति हुई है। पार्टी खेमे में शोक की लहर है और अब उनकी अंतिम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है।