सीएम रावत का कहना है कि कोरोना के चलते रक्षाबंधन जैसे त्योहार पर भी लोग इकट्ठा नहीं हो सकते। इसके बावजूद हजारों आंगनबाड़ी (Anganwadi) की और आशा (Asha Karykarta Sisters) बहनें फ्रंट लाइन में रह कर काम कर रही हैं। इसलिए उन्हें प्रोत्साहन देने के लिए सम्मान निधि दिए जाने का फैसला लिया गया है। इतना ही नहीं सीएम रावत ने यह भी बताया कि सरकार किशोरियों के स्वास्थ की सुरक्षा के लिए सेनेटरी नेपकिन योजना लेकर आ रही है। इससे उन्हें फ्री में पैड्स बांटे जाएंगे। जिससे वो संक्रमण से बची रहेंगी। इसके अलावा रक्षा बंधन पर महिलाओं को रोडवेज की बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा भी दी जा रही है।
बिना ब्याज लोन की सुविधा
कोरोना महामारी के चलते कई लोगों की रोजी-रोटी छिन गई है। इनमें बदरीनाथ, केदारनाथ, जागेश्वर धाम, गर्जिया मंदिर, चंडी देवी मंदिर समेत कई अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में प्रसाद बनाकर आजीविका चलाने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। ऐेसे में रक्षाबंधन पर उत्तराखंड सरकार ने उनके लिए खास सुविधा दिए जाने की बात कही। अब सरकार की ओर से स्थानीय उत्पाद पर प्रसाद तैयार करने के लिए महिला समूह को पांच लाख रुपए तक का लोन बिना ब्याज दिया जाएगा।
कोरोना महामारी के चलते कई लोगों की रोजी-रोटी छिन गई है। इनमें बदरीनाथ, केदारनाथ, जागेश्वर धाम, गर्जिया मंदिर, चंडी देवी मंदिर समेत कई अन्य प्रसिद्ध मंदिरों में प्रसाद बनाकर आजीविका चलाने वाली महिलाएं भी शामिल हैं। ऐेसे में रक्षाबंधन पर उत्तराखंड सरकार ने उनके लिए खास सुविधा दिए जाने की बात कही। अब सरकार की ओर से स्थानीय उत्पाद पर प्रसाद तैयार करने के लिए महिला समूह को पांच लाख रुपए तक का लोन बिना ब्याज दिया जाएगा।