नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने विदेश मंत्रालय द्वारा आयोजित एक बैठक में हिस्सा लिया। इसमें विभिन्न देशों के दूतावासों के प्रमुख शामिल हुए। बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश मामलों के राज्य मंत्री एमजे अकबर भी शामिल हुए। देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। आतंकवाद को कोई धर्म नहीं होता। लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर आश्रय लेने की कोशिश करते हैं। आतंकवाद मानव समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि भारत में जारी आतंकवाद का जिक्र करते हुए कहा कि यह केवल सुरक्षा से संबंधित आतंकवाद ही नहीं है, यह आर्थिक आतंकवाद भी है। यह हमारी विकास की रफ्तार को भी प्रभावित कर सकती है।