scriptकोरोना के खिलाफ जंग: पत्रिका और वाशिंगटन पोस्ट आए एकसाथ, बताया- कैसे जूझ रहा है अमरीका का पुलिस विभाग | war against Corona: Patrika and Washington Post came together | Patrika News

कोरोना के खिलाफ जंग: पत्रिका और वाशिंगटन पोस्ट आए एकसाथ, बताया- कैसे जूझ रहा है अमरीका का पुलिस विभाग

locationनई दिल्लीPublished: Mar 21, 2020 10:56:36 pm

Submitted by:

Anil Kumar

कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पत्रिका और वाशिंगटन पोस्ट आए साथ
पत्रिका और वाशिंगटन पोस्ट ने कोरोना के खिलाफ छेड़ी जंग

coronavirus

Coronavirus

नमस्कार… पत्रिका डॉट कॉम के लिए मैं हूं मनोज शर्मा। आज मैं आपको बताता हूं पत्रिका की एक नई पहल के बारे में। जी हां, देश के सबसे प्रतिष्ठित मीडिया हाउस पत्रिका ने दुनिया की सबसे भरोसेमंद मीडिया कंपनी वाशिंगटन पोस्ट के साथ हाथ मिलाए हैं। अब हम आपको दुनिया की नवीनतम जानकारियों से वीडियो के माध्यम से रू-ब-रू कराएंगे। इस कड़ी में आज हम पेश करते हैं अपना पहला वीडियो, जो आपको बताएगा कि कोरोनावायरस के कहर से आम लोगों और अपने अफसरों को बचाने के लिए अमरीकी लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी ने क्या कदम उठाए हैं?

आइए वाशिंगटन पोस्ट के इस वीडियो के माध्यम से समझते हैं कि आधुनिक तकनीक के मामले में दुनिया में सबसे आगे रहने वाले अमेरिका की लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी कोरोनावायरस के खतरे के खिलाफ कैसे लड़ रही है?

शेरिफ ग्रेगरी जे. अहेर्न
अलामेडा काउंटी शेरिफ कार्यालय

यहां अमरीका में हमने इसे स्टेट ऑफ एमरजेंसी घोषित कर दिया है। हम हर नागरिक से रिपोर्ट ले रहे हैं। वो बाहर हमसे बात कर सकते हैं। हमने स्पेशल फोन लाइनें भी लगाई हैं, जिन पर आम जनता हमें फोन करके अपनी परेशानी के बारे में बता सकती है। ये व्यवस्था जनता के साथ क्लोज कॉन्टेक्ट स्थापित करने के लिए की गई है।

कोरोनावायरस से अपने सहयोगियों को बचाना भी जरूरी है, इसलिए उनकी कड़ी जांच की जा रही है। जिनमें बीमारी के लक्षण मिलते हैं, उन्हें घर जाने को कह दिया जाता है। अगर कोई अच्छा महसूस नहीं कर रहा है, तो उसे घर पर ही रहने को कह दिया जाता है।

कस्टडी में लिए व्यक्ति में यहां लाने से पहले रोग के लक्षण मिलते हैं, तो उसकी जांच-पड़ताल और इलाज बाहर ही मेडिकल स्टाफ से कराया जाता है। उसके बाद ही उन्हें हम यहां प्रवेश करने की अनुमति देते हैं।

डिप्टी ई. रैमीरेज
अलमेडा काउंटी शेरिफ कार्यालय

पिछले एक सप्ताह के दौरान हमने कई एहतियाती कदम उठाए हैं। कार्यालय की बिल्डिंग में प्रवेश करने से पहले हम सभी लोग हाथों को अच्छी तरह से धोते हैं। हमने अपनी कारों और सीट बेल्टों को सेनिटाइज किया है। जब हम आम लोगों के बीच जाते हैं, तो हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हमारे हाथ धुले हों, ग्लव्स सेनिटाइज हों, लोगों से हमारी दूरी कम से कम छह फुट हो।
पिछले दिनों हम एक वृद्ध महिला से मिले, जिनमें वायरस से संक्रमित होने के लक्षण नजर आए। फिर मैंने अपने साथियों से कहा कि वे मास्क और ग्लव्स पहनकर आएं। फिर हमने चिकित्सा सहायकों को सूचना दी और वे तुरंत मदद के लिए आए।

शेरिफ ग्रेगरी जे. अहेर्न
अलामेडा काउंटी शेरिफ कार्यालय

हमारे अफसर पेट्रोल कार ड्राइव करते हैं। उपकरणों का मिलकर इस्तेमाल करते हैं। गाड़ी के छोटे और पहुंच से दूर हिस्सों में जर्म्स और वायरस हो सकते हैं। इन उपकरणों और वाहनों का इस्तेमाल बहुत से लोग करते हैं, इसलिए उनकी सेहत के लिए हम सजग रहते हैं। यही वजह है कि हम अपने वाहनों को इस्तेमाल से पहले और इस्तेमाल के बाद साफ करवाते हैं। हम ये कोशिश भी कर रहे हैं कि लोग सीमित संख्या में हमारे पब्लिक स्टेशन में आएं। हम उनसे बाहर मिलने की कोशिश करते हैं।
आमतौर पर करीब 40 अफसर रोजाना की ब्रीफिंग के लिए एक ही कमरे में मौजूद रहते हैं। अब हम बंद कमरे में ऐसी ब्रीफिंग करने के बजाय बाहर खुली जगह में इस टास्क को करते हैं। हम कई बार टेक्स्ट मैसेजिंग और इमेज का इस्तेमाल करके भी इस काम को करते हैं।

डिप्टी ई. रैमीरेज
अलमेडा काउंटी शेरिफ कार्यालय
बचाव के लिए हम जो कदम उठाते हैं, उनकी वजह से मैं कोई खतरा महसूस नहीं करता। हमें कहा जाता है कि अगर आपमें बीमारी के लक्षण हैं या आप अच्छा महसूस नहीं कर रहे हैं और आपके सुपरवाइजर को इसकी जानकारी है, तो काम पर न आएं। जो काम मैं करता हूं, उसमें मुझे गर्व महसूस होता है। जब मैं घर जाता हूं, तो बचाव सभी स्टेप्स का पालन करता हूं, क्योंकि घर में बच्चे हैं और मेरे माता-पिता हैं।

शेरिफ ग्रेगरी जे. अहेर्न
अलामेडा काउंटी शेरिफ कार्यालय

हमारे अफसर, खासतौर से डिप्टी शेरिफ को वायरस से संक्रमित होने का ज्यादा खतरा रहता है। जिन लोगों को वे गिरफ्तार करते हैं, उनके वे सीधे संपर्क में रहते हैं। वह वायरस के बारे में चिंतित रहते हैं, क्योंकि किसी भी मामले में वह सबसे पहले रिस्पॉंन्डर्स या कार्रवाई करने वाले होते हैं। इन लोगों को चिकित्सा सुविधाओं की जरूरत रहती है। उनके लिए यह बेहद चुनौती भरा समय है।

ट्रेंडिंग वीडियो