दरअसल, वेरिजन कंपनी याहू को खरीदने वाली है। यदि डिजिटल सेवाएं मुहैया कराने वाली याहू कंपनी की 4.8 अरब डॉलर में प्रस्ताविक बिक्री की प्रक्रिया पूरी हो जाती है, तो याहू को एक नई कॉरपोरेट पहचान मिल जाएगी। बिक्री के बाद इसका नाम बदल जाएगा। इसके साथ ही इसके बोर्ड के आकार में कटौती हो सकती है। याहू और वेरिजन के बीच डील पूरी होने के बाद सीईओ मारिसा मेयर, सह-संस्थापक डेविड फिलो और कंपनी के वर्तमान में 11 सदस्यीय बोर्ड में से चार अन्य निदेशक इस्तीफा दे देंगे। माना जा रहा है कि वेरिजन अपने स्वामित्व के तहत याहू के ब्रांड को बनाए रखेगी।