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भारतीय बच्चे को ऑस्ट्रेलिया ने वीजा देने से किया इनकार

10 साल के हरमनप्रीत सिंह को ऑस्ट्रेलियाई सरकार वीजा नहीं दे रही है। इसकी वजह से हरमनप्रीत तीन साल से अपने पिता से नहीं मिल पा रहा है।

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भारतीय बच्चे को ऑस्ट्रेलिया ने वीजा देने से किया इनकार

केनबरा। भारत के 10 वर्षीय एक बच्चे को ऑस्ट्रेलियाई आगंतुक वीजा देने से तीन बार से सिर्फ इसलिए इंकार किया जा रहा है, क्योंकि गृह विभाग को लगता है कि बच्चे के पास स्वदेश लौटने के लिए नौकरी या धन नहीं है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने मंगलवार को बताया कि हरमनप्रीत सिंह के आगंतुक वीजा के लिए आवेदन किया गया था, ताकि वह अपनी गर्मियों की छुट्टियों के दौरान मेलबर्न में रह रहे अपने पिता और सौतेमी मां से मिल सके।

बच्चे के पिता ने लगाया ये आरोप
बच्चे के पिता हरिंदर सिंह ने बताया, "मुझे मेरे बेटे से मिले तीन साल हो गए हैं। हमने तीन बार उसके वीजा के लिए आवेदन किया और उन्होंने (ऑस्ट्रेलियाई प्रशासन) हर बार समान कारण बताते हुए उसका वीजा आवेदन रद्द कर दिया।" हरिंदर सिंह की पत्नी की भारत में 2012 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। इसके बाद उन्होंने दोबारा शादी कर ली और 2015 में ऑस्ट्रेलिया जाकर बस गए। उनके साथ उनका बेटा भी आया था, लेकिन अपनी पढ़ाई के कारण उसी वर्ष भारत लौट गया। हरिंदर सिंह और उनकी पत्नी पर फिलहाल देश से बाहर जाने पर प्रतिबंध है।
2017 से वीजा के लिए आवेदन कर रहा है हरमनप्रीत
फिलहाल भारत में अपनी दादी के साथ रह रहे हरमनप्रीत सिंह ने सबसे पहले 2017 में विजिटर वीजा के लिए आवेदन किया। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के आव्रजन और सीमा सुरक्षा विभाग ने यह मानने से इंकार कर दिया कि वह ऑस्ट्रेलिया अस्थाई तौर पर रहने के लिए जा रहा था, और उन्होंने उसका वीजा रद्द कर दिया। हरमनप्रीत सिंह ने इस साल तीन मई को फिर आवेदन किया और वह भी रद्द कर दिया गया। इसके बाद उसके पिता ने ऑस्ट्रेलिया के गृहमंत्री पीटर डटन को पत्र लिखा। उन्हें सलाह दी गई कि इस बार आवेदन में वह अपने बेटे के भारत वापस भेजने के कारणों का जितना संभव हो सके, उतना ज्यादा उल्लेख करें। इस बार हरिंदर सिंह ने भारत में उनकी संपत्ति के कागज, हरमनप्रीत सिंह के स्कूल का एक पत्र और अदालत द्वारा जारी किया गया मां का संरक्षण प्रमाण पत्र तक संलग्न कर दिए, इसके बावजूद इस बार भी आवेदन रद्द कर दिया गया।