
टोक्यो।जी-20 सम्मेलन ( G20 Summit ) की औपचारिक शुरआत हो चुकी है। इस सम्मेलन में ब्रिक्स देशों साथ अमरीका और अन्य कई यूरोपीय देशों ने भी शिरकत की है। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में यह सबसे अहम सम्मेलन है। इस सम्मेलन की मदद से मोदी एक साथ कई राष्ट्राध्यक्षों से मिलकर देश के लिए नई रणनीति तैयार कर सकते है। जी-20 मुख्य रूप से आर्थिक और व्यापारिक मुद्दों के लिए बना हुआ है। ऐसे में भारत के लिए आर्थिक मोर्चे पर यह बड़ा मौका होगा। सम्मेलन दो दिनों तक चलेगा।
सभी मुद्दे खास अहमियत रखते हैं
वैश्विक मंच होने की वजह से यहां पर उठने वाले सभी मुद्दे खास अहमियत रखते हैं। दुनिया की कुल जीडीपी के 80 प्रतिशत से अधिक का प्रतिनिधित्व जी-20 में शामिल देश करते हैं। बीते सालों में जलवायु परिवर्तन,स्वास्थ्य, आतंकवाद,जल संकट जैसे मुद्दों को जी-20 में प्रमुख्ता से उठाया गया है। इस साल भी ये सभी मुद्दे अहम रहेंगे। व्यापार, 5G , आर्थिक सुरक्षा, भारी टैरिफ से संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन जैसे कई मुद्दे हैं जो इस सम्मलेन के दौरान चर्चा में रहेंगे।
जी-20 का आगाज
G20 summit की शुरुआत में बोलते हुए अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप ने डिजिटल अर्थव्यवस्था पर जोर दिया। अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमें अपने 5G नेटवर्क का लचीलापन और उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। ट्रंप ने कहा कि यह हमारी साझा सुरक्षा और समृद्धि के लिए आवश्यक है। उन्होंने अमरीका का पक्ष रखते हुए कहा कि यूएस डेटा स्थानीयकरण और इस तरह की अन्य नीतियों का विरोध करता है जो डिजिटल व्यापार को प्रतिबंधित करने के साथ गोपनीयता और बौद्धिक संपदा सुरक्षा का उल्लंघन करती हैं। अमरीकी राष्ट्रपति का निशाना सीधे तौर पर चीन की तरफ था।
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Updated on:
28 Jun 2019 12:42 pm
Published on:
28 Jun 2019 09:27 am
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