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दुनिया का चौथा सबसे सहिष्णु देश है भारत, पीछे छूट गए अच्छे-अच्छे देश; पढ़िए कौन कहां?

सर्वे के मुताबिक, भारत दुनिया का चौथा सबसे सहिष्णु देश है। इस मामले में हंगरी की हालत सबसे ज्यादा खराब है।

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Intolerance in India

नई दिल्ली। भारत में पिछले कुछ समय से असहिष्णुता यानी सहन की क्षमता ना होने का मसला काफी सुर्खियों में है। कथित असहिष्णुता के विरोध में अवॉर्ड वापसी, प्रदर्शन समेत कई तरह के कदम उठाए गए। लेकिन इसी बीच अब एक ऐसा सर्वे सामने आया है जो देश में सुधार की तस्वीर पेश करता है। इस सर्वे के मुताबिक, भारत दुनिया का चौथा सबसे सहिष्णु देश है। इस मामले में हंगरी की हालत सबसे ज्यादा खराब है।

...यह है सर्वे रिपोर्ट
27 देशों के अध्ययन वाली यह सर्वे रिपोर्ट इप्सोस मोरी ने जारी ने की है। इस सर्वे के लिए करीब 20 हजार लोगों से बातचीत की गई है और इसके आधार पर कनाडा को 74 फीसदी सहिष्णुता के साथ सबसे ऊपर रखा गया है। वहीं मात्र 16 फीसदी के साथ हंगरी सबसे आखिरी स्थान पर है। रैंकिंग में ब्रिटेन 11वें, अमरीका 13वें और जर्मनी 14वें नंबर पर हैं।

भारत में सहिष्णुता की स्थिति
इसके अनुसार हमारे देश में 63 फीसदी लोग मानते हैं कि हम भारतीय अलग-अलग पृष्ठभूमि, संस्कृति और विचारों के प्रति सहिष्णु हैं। आपको बता दें कि यह आंकड़ा वैश्विक औसत (46 फीसदी) से काफी अच्छा है। सर्वे में भारत को चौथा सबसे सहिष्णु देश बताया गया है। सर्वे के मुताबिक, 53 फीसदी भारतीय मानते हैं कि वे अलग-अलग विचारों के लोगों के बीच घुलने-मिलने से आपसी समझ और सम्मान में बढ़ोतरी होती है। वहीं 49 फीसदी लोग मानते हैं कि राजनीतिक विचारों में भिन्नता तनाव की वजह है। 48 फीसदी अलग-अलग धर्मों और 37 फीसदी सामाजिक-आर्थिक स्थिति के अंतर को तनाव की वजह मानते हैं।

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...ऐसे हुआ अध्ययन
मतभेद को मनभेद में तब्दील कर देना आज दुनिया की सबसे अहम समस्याओं में शुमार है और यह तनाव की बड़ी वजह है। इप्सोस मोरी ने 27 देशों में 20 हजार लोगों से बातचीत की, जिसमें पूछा गया कि उनका समाज, देश कितना बंटा हुआ है।

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