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रूस ने किम को दी नसीहत, अमरीका के प्रलोभन में न आए

रूस ने कहा, अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से 12 जून को होने वाली बैठक से पहले किम परमाणु निरस्त्रीकरण में नहीं करे जल्दबाजी

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Mohit Saxena

Jun 01, 2018

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रूस ने किम को दी नसीहत, अमरीका के प्रलोभन में न आए

सियोल। उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को बताया कि वह कोरियाई प्रायद्वीप में परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं, लेकिन वह इस काम को विभिन्न स्तर पर करना चाहता है। इसके लिए वह अमरीका से बातचीत के आधार पर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करना चाहता है। गौरतलब है कि रूसी विदेश मंत्री गुरुवार को उत्तर कोरिया के दौरे पर थे। इस पर किम ने 12 जून को होने वाली आगामी बैठक पर चर्चा भी की। इस दौरान रूस ने किम को अपने स्तर पर बातचीत का सुझाव भी दिया।उसने किम को परमाणु निरस्त्रीकरण में जल्दबाजी नहीं करने की नसीहत भी दी।

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अमरीका चाहता है पूर्ण निरस्त्रीकरण

कोरियाई मीडिया के अनुसार अमरीका चाहता है कि सिंगापुर में उत्तर कोरिया से बैठक पहले वह अपने सभी परमाणु केंद्रों और हथियारों को नष्ट कर दे। इसके लिए उसने उत्तर कोरिया पर दबाव बना रखा है कि अगर वह ऐसा करता है तो उसे अमरीका अपनी ओर से मदद भी देगा।अमरीका ने परमाणु निरस्त्रीकरण को लेकर अपने देश से एक दल भी भेजा है, जो इसकी जांच करेगा कि उत्तर कोरिया इस वादे पर कितना गंभीर है।अमरीका चाहता है कि जब उत्तर कोरिया बातचीत की टेबल पर बैठे तो उसके पास कोई विकल्प न बचे। इस तरह से वह अपनी सारी बाते मनवा सकता है। अमरीका की नीति रही है कि पहले दुश्मन को कमजोर किया जाए और इसके बाद उस पर दबाव बनाकर सारी बाते मनवाई जाएं।

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लावरोव ने दी चेतावनी

रूसी विदेश मंत्री ने किम को चेताया है कि वह अमरीका द्वारा दिए जा रहे प्रलोभन से बचे। बातचीत से पहले सभी पक्षों का ध्यान रखा जाए। इस तरह से वह अमरीकी कूटनीति से बचा रह सकता है। रूस का कहना है कि अमरीका से वह भी अपनी कुछ शर्तें मनवाय और सुरक्षा की गारंटी ले। गौरतलब है कि रूस ने अमरीका की गतिविधियों का हमेशा विरोध किया है। सीरिया में उसने अमरीकी कार्रवाई का जमकर विरोध किया था। उसने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का हमेशा साथा दिया।