1. अमरीकन कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक की वैक्सीन की मंजूरी
ब्रिटिश रेगुलरेटर्स ने कोरोना वायरस की जिस वैक्सीन को मंजूरी दी है, वह अमरीकन कंपनी फाइजर और जर्मन कंपनी बायोएनटेक द्वारा निर्मित की गई है। कंपनी ने दावा किया है इस वैक्सीन ने ट्रायल के दौरान 95 प्रतिशत तक कामयाबी हासिल की है। यही वजह है कि UK सरकार ने वैक्सीन के हरी झंडी दे दी है।
2. 21 दिनों के अंतराल से दो डोज
यूनाइटेड किंगडम ने अपने यहां कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए कुल 4 करोड़ डोज की एडवांस बुकिंग की थी। वैक्सीन की ये चार करोड़ डोज दो करोड़ लोगों को लगाई जा सकेगी। एक रिपोर्ट के अनुसार इस वैक्सीन की एक व्यक्ति को 21 दिनों के अंतराल से दो डोज दी जाएगी। इसके साथ ही UK ने 16 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन देने का फैसला किया है। इस हिसाब से यूके को 5 करोड़ से अधिक डोज़ की जरूरत है।
3. ब्रिटेन में 15 दिसंबर से लोगों को मिलेगी वैक्सीन
ब्रिटेन में 15 दिसंबर से सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन का टीका दिया जाना शुरू किया जाएगा। ब्रिटिश हेल्थ मिनिस्टर मैट हैनकॉक ने जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले कुछ दिनों में बेल्जियम से वैक्सीन की पहली खेप ब्रिटेन पहुंच जाएगी। जबकि कुछ हफ्तों के भीतर ही कोरोना की 8 लाख डोज मिलेंगी ब्रिटेन पहुंचेंगी।
4. वैक्सीन को -70 डिग्री के तापमान में रखना होगा
कोरोना वैक्सीन के वितरण से ज्यादा चुनौतीभरा उसका रखरखाव होगा। दरअसल, लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए उसको -70 डिग्री के तापमान में रखना होगा। इसलिए इसको आम लोगों तक पहुंचाना उतना सरल साबित नहीं होगा, जितना की माना जा रहा था। हालांकि इस बीच एक राहत भरी खबर यह जरूर है कि वैक्सीन को कुछ दिनों के फ्रिज के सामान्य तापमान (2-8 डिग्री) तक रखा जा सकता है।
5. किस्तों में आएगी कोरोना वैक्सीन
विशेषज्ञों की मानें तो UK में आम लोगों तक कोरोना वैक्सीन की पहुंच कुछ महीने ले सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि UK में वैक्सीन की खेप एक साथ न मिलकर किस्तों में मिलेगी। हालांकि सरकार इसके लिए कुछ अलग से प्लानिंग कर रही है। यूके सरकार की मानें तो ब्रिटेन में फाइजर की वैक्सीन के अलावा मॉर्डना वैक्सीन का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
6. हर नागरिक को मिलेगी वैक्सीन
यूं तो यूके सरकार का प्रयास प्रत्येक नागरिक को कोरोना की वैक्सीन लगवाना होगा, लेकिन यह काफी हद तक व्यक्ति की इच्छा पर निर्भर करेगा। कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए आपका कोरोना पॉजिटिव होना, कोरोना के लक्षण होना या फिर कोरोना का टेस्ट कराया जाना बिल्कुल जरूरी नहीं होगा।
7. बुजुर्ग और हेल्थ वर्कर्स को पहले मिलेगी वैक्सीन
इसके लिए सरकार ने एक समिति का गठन किया है। इस समिति ने सरकार को सुझाव दिया है कि सबसे पहले ऐसे बुजुर्ग और उम्रदराज लोगों को वैक्सीन दी जाए, जो पहले से बीमार हैं। इसके लिए शुरुआती दौर में 80 से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके साथ ही कोरोना वॉरियर्स यानी स्वास्थ्यकर्मियों को भी वैक्सीन दी जाएगी।
8. सात दिनों के भीतर बनेगी इम्युनिटी
बड़ा सवाल यह है कि वैक्सीन लगवाने के बाद इम्यून सिस्टम स्ट्रांग होने में कितना समय लगेगा? इसके लिए यूके में तकरीबन 40 हजार लोगों पर वैक्सीन का ट्रायल किया गया। ट्रायल के आधार पर विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन लगवाने के सात दिनों के भीतर इम्युनिटी बनने लगेगी।