
Rome G20 Leader Summit: PM Modi commits 5 billion Covid-19 vaccine production by 2022 end
नई दिल्ली। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पहले जी 20 सत्र में कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लड़ाई में भारत के योगदान पर प्रकाश डाला। शीर्ष राजनयिक श्रृंगला ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि पीएम मोदी ने 150 से अधिक देशों में भारत की चिकित्सा आपूर्ति का उल्लेख किया क्योंकि उन्होंने महामारी से निपटने में सहयोगी दृष्टिकोण के लिए देश के 'एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य' के दृष्टिकोण के बारे में बात की थी।
रोम में ग्रुप ऑफ 20 लीडर्स समिट में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि भारत 2022 के अंत तक 5 अरब कोविड-19 वैक्सीन खुराक का उत्पादन करने के लिए तैयार है, जो दुनिया के लिए उपलब्ध होगी। पीएम मोदी ने G20 देशों को भारत को आर्थिक सुधार और आपूर्ति श्रृंखला विविधीकरण में अपना भागीदार बनाने के लिए आमंत्रित किया।
श्रृंगला ने रोम में विशेष ब्रीफिंग में कहा, "उन्होंने इस तथ्य को भी सामने लाया कि महामारी की चुनौतियों के बावजूद, भारत विश्वसनीय आपूर्ति श्रृंखलाओं के संदर्भ में एक विश्वसनीय भागीदार बना रहा। हम यह भी मानते हैं कि Covaxin के लिए WHO का EUA अन्य देशों की सहायता करने की इस प्रक्रिया की सराहना करेगा।"
अब पीएम मोदी रविवार को अमरीकी राष्ट्रपति जो बिडेन द्वारा "सप्लाई चेन में लचीलेपन" पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेंगे और जी20 शिखर सम्मेलन के मौके पर अन्य द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इसके बाद वह जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन में पार्टियों के 26वें सम्मेलन में भाग लेने के लिए ग्लासगो के लिए उड़ान भरेंगे।
इससे पहले शनिवार को प्रधानमंत्री ने वेटिकन में पोप फ्रांसिस से मुलाकात की और भारत आने का निमंत्रण दिया। उनके साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी मौजूद थे। श्रृंगला ने कहा कि पोप ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। श्रृंगला ने पोप के हवाले से कहा, "आपने (पीएम मोदी) ने मुझे सबसे बड़ा तोहफा दिया है। मैं भारत आने का इंतजार कर रहा हूं।"
इतना ही नहीं रोम में पीएम मोदी से मुलाकात करने के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने हिंदी में ट्वीट किया, "हम भारत के साथ पर्यावरण,स्वास्थ्य और नव परिवर्तन के लिए समान महत्वाकांक्षाओं को साझा करते हैं। हम ठोस परिणामों की दिशा में मिलकर काम करना जारी रखेंगे, खासकर हिंद-प्रशांत क्षेत्र में।"
Updated on:
30 Oct 2021 11:19 pm
Published on:
30 Oct 2021 11:13 pm
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