scriptUAE : टेस्ट से नहीं अब डॉग करेगा Coronavirus मरीजों की पहचान, ट्रायल हुआ सफल, एयरपोर्ट व कई जगह होंगे तैनात | Sniffer dog will be used to detect Covid-19 cases | Patrika News

UAE : टेस्ट से नहीं अब डॉग करेगा Coronavirus मरीजों की पहचान, ट्रायल हुआ सफल, एयरपोर्ट व कई जगह होंगे तैनात

locationनई दिल्लीPublished: Jul 09, 2020 09:43:24 am

Submitted by:

Ruchi Sharma

Highlights- यूएई संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) ने इसका हल निकालते हुए कोरोना वायरस मरीजों का पता लगाने के लिए स्निफर डॉग (Sniffer dog) की मदद लेने पर विचार कर रही है- माना जा रहा है ये डॉग (K9 Police Dogs) अपनी सूघंने की शक्ति से कोरोना मरीजों का पता लगाएंगे- वहां छपी एक खबर के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात के गृह मंत्रालय ने K9 डॉग (K9 Police Dogs) पर ट्रायल पूरा कर लिया है

UAE : टेस्ट से नहीं अब डॉग करेगा Coronavirus मरीजों की पहचान, ट्रायल हुआ सफल, एयरपोर्ट व कई जगह होंगे तैनात

UAE : टेस्ट से नहीं अब डॉग करेगा Coronavirus मरीजों की पहचान, ट्रायल हुआ सफल, एयरपोर्ट व कई जगह होंगे तैनात

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) का कहर लगातार जारी है। सरकारी वेबसाइट के मुताबिक, देश में कोरोना से अब तक 21 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमितों (Coronavirus Update) की संख्या 7.60 लाख के पार चली गई है। पिछले 24 घंटे में सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र (Coronavirus in Maharashtra) में दर्ज किए गए। यहां तीन दिन बाद एक बार फिर 6 हजार से ज्यादा मामले सामने आए।
कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak) महामारी के फैलने के दो कारण है पहला इसे लेकर अभी तक कोई वैक्सीन व दवा (coronavirus vaccine) का ईजाद नहीं हुआ है दूसरा ये महामारी हर दिन अपना लक्षण बदल रही है जिसके चलते इसकी पहचान कर पाना मुश्किल हो रहा है। इस बीच यूएई संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) ने इसका हल निकालते हुए कोरोना वायरस मरीजों का पता लगाने के लिए स्निफर डॉग (Sniffer dog) की मदद लेने पर विचार कर रही है।
किया गया पूरा ट्रायल

माना जा रहा है ये डॉग अपनी सूघंने की शक्ति से कोरोना मरीजों का पता लगाएंगे। वहां छपी एक खबर के मुताबिक संयुक्त अरब अमीरात के गृह मंत्रालय ने K9 डॉग (K9 Police Dogs) पर ट्रायल पूरा कर लिया है। अब जल्द ही कोविड-19 के फैलाव को रोकने में उसकी मदद ली जाएगी। इन कुत्तों को अब कोविड-19 के प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए नियुक्त किया जा सकता है।
की गई कार्यशालाएं आयोजित

कोविड-19 मामलों को सूंघने के लिए कैनाइन का उपयोग करने का कदम व्यावहारिक प्रयोगों और वैज्ञानिक अध्ययनों पर आधारित है। मंत्रालय ने बताया कि कोविड-19 मामलों का पता लगाने में कुत्तों के उपयोग पर सैद्धांतिक अध्ययन और चर्चा पर अन्य देशों और विशेषज्ञों के साथ कई कार्यशालाएं आयोजित की गईं।
92 फीसदी मिली सफलता

यह कदम उठाने के पीछे वैज्ञानिक अध्ययन और प्रायोगिक परीक्षण की सफलता होना सबसे बड़ा कारण है। जिस वजह से यह फैसला किया गया। टेस्ट सफल होने के बाद पता लगा कि कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति को सूंघ कर कुत्ता मरीज की पहचान कर पाएगा। कोरोना वायरस मामलों की पहचान के लिए खड़े शख्स के बगल से सैंपल इकट्ठा कर उसे को कुत्तों से सूंघवाया गया। ये सब किसी व्यक्ति के संपर्क में आए बिना किया गया। नतीजा तुरंत मौके पर ही हासिल हो गया। गृह मंत्रालय के डाटा और अध्ययन के मुताबिक कोविड-19 केस का 92 फीसद पता लगाने में सफलता मिली।
तेजी से लगाया जा सकता है पता

मंत्रालय के मुताबिक इसने सफलतापूर्वक K9 पुलिस डॉग पर ट्रायल पूरा कर लिया है। प्रयोग के बाद सामने आए आंकडों से संकेत मिला है कि कोविड-19 संक्रमित मामलों का तेजी से पता लगाने में डॉग सक्षम होते हैं।
अहम जगहों पर तैनात करने की तैयारी

K9 डॉग का इस्तेमाल भीड़भाड़ वाली जगहों पर संक्रमण के मामलों का पता लगाने में इस्तेमाल किया जा सकता है। उसके बाद उन्हें एयरपोर्ट और दूसरी अहम जगहों पर तैनात किए जाने की तैयारी है, ताकि जल्द से जल्द कोविड-19 के मरीज नजर में आ जाए।
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