नई दिल्ली. सीरिया की राजधानी दमिश्क पर शनिवार सुबह अमरीका ने एयर स्ट्राइकर कर दी । इस दौरान सीरिया पर 100 से भी ज्यादा मिसाइलें दागी गईं। सीरिया के खिलाफ इस बड़ी कार्रवाई की कामयाबी को सरकार ने देश से साझा किया। पेंटागन से प्रवक्ता डाना व्हाइट ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिये सीरिया पर की गई स्ट्राइक के मिशन को सफल बताया। उन्होंने कहा कि सीरिया के हर उस टारगेट पर हमला किया गया जो जरूरी था। उन्होंने ये भी कहा कि इस पूरे हमले में किसी के भी मारे जाने की कोई खबर नहीं है…जैसा कि अमरीका चाहता था ठीक वैसी ही कामयाबी इस मिशन में मिली है।
आपको बता दें कि सीरिया के खिलाफ इस बड़ी कार्रवाई में अमरीका के साथ फ्रांस और ब्रिटेन भी शामिल हैं। अमरीका और उसके सहयोगी देशों ने इस हमले को केमिकल अटैक के खिलाफ उठाया गया कदम बताया है। सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद ने हमलों को नाकाम करने का दावा करते हुए कहा कि हमलावर हारेंगे।
उधर रूस, ईरान ने हमले का विरोध किया है, जबकि जर्मनी, कनाडा और नाटो ने अमरीकी कार्रवाई का समर्थन किया है। रूस ने अमरीका और उसके सहयोगी देशों को चेतावनी दी है। अमेरिका में रूस के राजदूत अनातोली अंतानोव ने बयान जारी कर कहा कि ऐसे हमलों का जवाब दिया जाएगा। हालांकि इसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर इस हमले को कामयाब बताया और कहा कि, मिशन पूरा हुआ।
सीरिया में जारी वर्तमान संकट के मद्देनजर रूस के सरकारी टीवी ने दर्शकों से तीसरे विश्व युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। उधर, अमेरिका में रूस के इस आकलन की जमकर खिल्ली उड़ाई जा रही है। यही नहीं संयुक्त राष्ट्र में भी रूस को तगड़ा झटका लगा है. सुरक्षा परिषद में रूसी प्रस्ताव को जरूरी 9 सदस्य नहीं मिले। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने साफ किया कि सीरिया में दोबारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल हुआ तो अमेरिका और मित्र देश फिर से उस पर कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।