
salman khan : jodhpur to mumbai
मुरादाबाद। फिल्म अभिनेता सलमान खान को सजा दिए जाने का कड़ा विरोध करते हुए देश के बड़े शायर और पदम् श्री से सम्मानित देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के भांजे डॉ आनंद मोहन जुत्शी उर्फ़ गुलज़ार देहलवी ने कहा कि नस्ली भेदभाव की वजह से मुसलमान होने के कारण सलमान खान को मामूली अपराध की चार गुनी सजा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ इस्लाम से ताल्लुक होने के कारण सलमान खान को जेल भेजा जा रहा है।
यह भी पढ़ें-कैराना उपचुनाव से पहले BJP प्रदेश अध्यक्ष बोले मायावती ने शादी नहीं की लेकिन...
बड़े-बड़े अपराधी बाबाओं को जेल क्यों नहीं भेजा जाता, जबकि वो बलात्कार जैसे संगीन अपराधों में संलिप्त पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि सलमान खान के साथ जो कुछ हो रहा है ये बहुत गलत बात है। ज़लील और कमीन सूरज का मुकाबला नहीं कर सकते। सूरज पर थूकेंगे तो अपने ऊपर ही आ गिरेगा।
सलमान खान के साथ बिल्कुल इन्साफ से काम नहीं लिया गया। उसे जान बूझ कर सजा दी जा रही है। उसका अपराध जेल भेजने लायक नहीं है। बड़े-बड़े महाराज ऐसा सब कर रहे हैं उन्हें सजा क्यों नहीं मिलती। नौजवान एक्टर को ये सजा क्यों?
आपको बता दें कि काला हिरण शिकार मामले में दो दिन पहले आए जोधपुर कोर्ट के फैसले के बाद आज सलमान खान को जमानत भी मिल गई। कोर्ट ने उनके वकील द्वारा दायर जमानत याचिका को मंजूर करते हुए सलमान को 50000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी। इस फैसले के बाद उनके समर्थक जश्न में डूब गए।
राहत इंदौरी बोले न विरोध न समर्थन
गुलज़ार देहलवी ही नहीं उर्दू के बड़े मशहूर शायर राहत इंदौरी ने भी सलमान खान पर प्रतिक्रया देते हुए कहा कि अदालत के फैसले पर कोई टिपणी नहीं करूंगा। हिंदुस्तान में मुसलमान दूसरे देशों से ज़्यादा सुरक्षित हैं। हमें अदालत पर यकीन रखना चाहिए अगर कहीं कोई गुंजाइश रह गयी है तो उनके साथ पूरा-पूरा इंसाफ होना चाहिए।
इन्साफ होगा ऐसा हमारा यकीन है। मैं अदालत पर कोई टिपणी नहीं करूंगा और न फैसले का स्वागत करूंगा। स्वागत करना भी उचित नहीं है क्योंकि यह अदालत का फैसला है। अगर कोई कमी बेशी है तो इंसाफ बेकार नहीं जायेगा। खामोश नहीं रहेगा आज नहीं तो कल होगा।
वसीम बरेलवी ने कहा मैं विवादित मामलों में कभी नहीं बोलता हूं। हमारे सामने बच्चों का भविष्य है। हमें बच्चों को फूलों भरी सेज देकर जाना है। हमें उन्हें कांटों का बिस्तर देकर नहीं जाना। ये चुभन जो है चुभन के पहलू हमारे जीवन में जितने कम आयें इनका ज़िक्र ही न हो। मैं समझता हूँ हमारा रास्ता उतना ही बेहतर होगा। हमें एक बड़ा हिंदुस्तान बनाना है। इसके लिए हमारी सोचों को रचनात्मक होना चाहिए। घटानाएं होती रहती हैं।
चीजें होती रहती हैं। बड़े समाज के अन्दर चीजें आती रहती हैं। उनके ऊपर सवालात भी खड़े होते हैं। हम उनके जवाब देने से इसलिए परहेज़ करते हैं की हमे एक नये हिंदुस्तान की रचना करना है। मैं तो देश का भविष्य उज्वल देखता हूं। देश में जनसंख्या नियंत्रण और चरित्र निर्माण का काम होना चाहिए लेकिन ये कोई सरकार नहीं करती।
Published on:
07 Apr 2018 08:56 pm
बड़ी खबरें
View Allमुरादाबाद
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
