मुरादाबाद

Sonakshi-Zaheer के बाद Saif-Kareena पर भड़के कुमार विश्वास, बोले- लंगड़ा आदमी…

Kumar Vishwas on Taimur: कुमार विश्वास ने सैफ अली खान और करीना कपूर के बेटे तैमूर के नाम को लेकर टिप्पणी की है। इस बयान की वजह कुमार विश्वास एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा…

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Kumar Vishwas Statement on Saif Kareena: मशहूर कवि कुमार विश्वास अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर वह बिना नाम लिए टिप्पणी करने की वजह से चर्चा का विषय बन गए हैं। उन्होंने सैफ अली खान और करीना कपूर के बेटे तैमूर के नाम को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि हीरोइन-हीरो हम बनाएंगे और औलाद का नाम आक्रमणकारी के नाम पर रखोगे। आपको बता दें कि इससे पहले वह सोनाक्षी सिन्हा पर टिप्पणी करने की वजह से चर्चा में आए थे।

कुमार विश्वास ने क्या कहा? (Saif Kareena Child Taimur Criticism)

कुमार विश्वास ने ये बातें मुरादाबाद के तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय में आयोजित कवि सम्मेलन में खुले मंच से कहीं। यह आयोजन 30 दिसंबर को किया गया था। कुमार विश्वास ने कहा, “लोकप्रियता हमसे लोगे, पैसा हम देंगे, टिकट हम खरीदेंगे, हीरो-हीरोइन हम बनाएंगे, और तुम्हारी तीसरी शादी से जो औलाद पैदा होगी तो उसका नाम तुम बाहर से आने वाले किसी आक्रमणकारी के नाम पर रख लोगे। ये नहीं चलेगा।”

‘बच्चे का नाम रखने के लिए लंगड़े का नाम ही मिला’ (Saif Kareena Taimur Name controversy)

कुमार विश्वास ने कहा, "इतने नाम पड़े हैं यार। कुछ भी रख लेते तुम। रिजवान रख लेते, उस्मान रख लेते, यूनुस रख लेते...हुजूर के नाम पर कोई नाम रख लेते। तुम्हें एक ही नाम मिला। जिस बदतमीज आदमी ने, जिस लंगड़े आदमी ने हिंदुस्तान में आकर यहां की मां-बहनों के साथ बलात्कार किया। वो लफंगा ही मिला तुम्हें इस प्यारे से बच्चे का नाम रखने के लिए। अब इसे अगर तुम हीरो बनाओगे तो इसे खलनायक तक नहीं बनने देंगे। ये भारत जागा हुआ है। ये नया भारत है।”

सोनाक्षी सिन्हा को लेकर कुमार विश्वास ने क्या कहा था? (Kumar Vishwas on Sonakshi-Zaheer)

कुमार विश्वास ने मेरठ में मंच पर बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा और उनके पति जहीर इकबाल पर कमेंट किया था। उन्होंने कहा था, “अपने बच्चों को नाम याद कराइए सीताजी की बहनों के, भगवान रामजी के भाइयों के। एक संकेत दे रहा हूं जो समझ जाएं, उनकी तालियां उठें। अपने बच्चों को रामायण सुनवाइए, गीता पढ़वाइए अन्यथा ऐसा न हो कि आपके घर का नाम तो रामायण है और आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठाकर ले जाए।”

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