8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बंद रहीं बैंक, 35 करोड़ का ट्रांजेक्शन प्रभावित

बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल का असर

2 min read
Google source verification
Morena News, Morena Hindi News, Mp News, Morena, Strike, Bank employee, Lock

बंद रहीं बैंक, 35 करोड़ का ट्रांजेक्शन प्रभावित

मुरैना. कम वेतनवृद्धि दिए जाने से असंतुष्ट बैंक अधिकारी व कर्मचारियों की दो दिनी हड़ताल बुधवार से शुरू हो गई। पहले दिन जिलेभर में सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों की शाखाओं में कामकाज बंद रहा। इस वजह से 35 करोड़ से अधिक का वित्तीय लेन-देन प्रभावित हुआ। हड़ताल के दौरान बैंक कर्मचारियों ने प्रदर्शन भी किया।
बैंकों के नौ कर्मचारी, अधिकारियों के संगठनों ने यूनाइटेड फेडरेशन ऑफ बैंक यूनियन (यूएफबीयू) के बैनर तले बुधवार से कामबंद हड़ताल शुरू की। इसके तहत सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में ताले पड़े रहे। सुबह तकरीबन साढ़े 10 बजे बैंक अधिकारी व कर्मचारी स्टेशन रोड स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा के सामने एकत्रित हुए और प्रदर्शन किया। हड़ताल के दौरान जिला मुख्यालय पर राष्ट्रीयकृत बैंकों की लगभग 20 शाखाओं में कामकाज नहीं हुआ। इसके अलावा जिले के अन्य हिस्सों में संचालित इतनी ही शाखाएं भी बंद रहीं। जिलेभर में तकरीबन 500 बैंक अधिकारी, कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहे। बताया गया है कि हड़ताल के कारण अकेले भारतीय स्टेट बैंक की शाखाओं में ही लगभग २० करोड़ का वित्तीय लेन-देन प्रभावित रहा। यदि सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों में कुल मिलाकर 35 करोड़ से अधिक का ट्रांजेक्शन ठप रहा। हड़ताल में शामिल कर्मचारियों ने बताया कि हड़ताल 31 मई को भी जारी रहेगी। दूसरे दिन वे संग्रहालय के सामने जीवाजी गंज मोड़ पर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के सामने प्रदर्शन करेंगे।
क्यों कर रहे हैं हड़ताल
राष्ट्रीयकृत बैंकों के अधिकारी, कर्मचारी कम वेतनवृद्धि के विरोध में हड़ताल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार जो वेतन पुनरीक्षण हुआ है, उसमें महज 2 फीसदी की बढ़ोत्तरी की गईहै। एक तरह से यह उन बैंक कर्मियों का अपमान है, जिन्होंने नोटबंदी, प्रधानमंत्री बीमा योजना, जन-धन योजनाओं को सफल बनाने के लिए कठिन परिश्रम किया था। वेतन पुनरीक्षण नवम्बर 2017 से लंबित है। तब से लेकर अब तक 15 बार वार्ताएं की जा चुकी हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं आया। उन्होंने कहा कि सिर्फ दो प्रतिशत वेतनवृद्धि उन्हें स्वीकार नहीं है। सरकार के इस कदम का विरोध बदस्तूर जारी रहेगा।