14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Fact Check : सब्जी बेचने वालों की सूची सोशल मीडिया पर वायरल,सामने आया यह सच

मध्यप्रदेश में तेजी से फैल रहा है कोरोना वायरस का कहर

2 min read
Google source verification

मुरैना

image

monu sahu

Apr 28, 2020

Chhattisgarh Lockdown Update

Lockdown में सब्जियों की कीमतें स्थिर, आलू के दाम चढ़े, रिटेल में 40 रुपए पहुंचा भाव

मुरैना। प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। मध्यप्रदेश में अब तक 1200 के पार संख्या पहुंच चुकी है। जबकि, संक्रमण का शिकार होकर मरने वालों की संख्या भी 89 से अधिक हो गई है। जो कि अपने आप में एक बड़ी चिंता की बात है। ऐसे में केन्द्र और राज्य सरकार संक्रमण के प्रभाव को कम करने के लिए कई अथक प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार ने चंबल संभाग के सभी जिलों को टोटल ल़कडाउन कर दिया है। लॉकडाउन के दौरान लोगों को मूल चीजों के लिए भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में प्रशासन की ओर से इसकी व्यवस्था भी की जा रही है। इसी बीच,कुछ शरारती तत्व प्रशासन और लोगों की परेशानी बढ़ाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

सोशल मीडिया पर जारी हुई फेक लिस्ट

इन दिनों सोशल मीडिया पर फेक बातों और चीजों का बाजार गर्म है। लोगों का घर से बाहर निकलना,अन्य लोगों से संपर्क में रहना फिलहाल प्रतिबंधित है। ऐसे में सोशल मीडिया पर भ्रामकता फैलाने वालों की लिस्ट भी काफी लंबी हो गई है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक लिस्ट काफी तेजी से वायरल हो रही है। ये लिस्ट शहर में इतनी तेजी से वायरल हुई है कि, अब तक शहर के लगभग हर व्यक्ति लिस्ट में बताए गए संबंधित व्यक्ति का नंबर अपने फोन में सेव कर चुका होगा।

इस तरह किया गया दावा दरअसल
सोशल मीडिया पर नगर निगम के हवाला देकर एक लिस्ट वायरल हो रही है, जिसमें कहा जा रहा है कि नगर निगम ने विधानसभा वार सब्जी बेचने वालों की व्यवस्था की है। इन सब्जी विक्रेताओं को शहर के सभी वार्डों के मुताबिक, संचालित किया जाएगा। सभी लोग अपने अपने वार्ड के अनुसार संबंधित व्यक्ति का नंबर अपने फोन में दर्ज कर लें, ताकि फोन करके सब्जी घर मंगा सकें। हैरानी की बात ये है कि, सूची में वार्ड वाइज फोन नंबर तो दिये ही गए थे, साथ ही गाड़ी का नाम और नंबर भी दिया गया था, ताकि लोगों को ये विश्वास हो सके कि, यकीनन ये लिस्ट नगर निगम की ओर से ही जारी की गई है। हालांकि, कई लोगों द्वारा उन नंबरों पर संपर्क भी किया गया, जिनपर कोई रिस्पॉंस नही मिल रहा है। ऐसे में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में नगर निगम और स्थानिय प्रशासन ने तेजी से वायरल हो रहे मैसेज का खंडन किया गया है। ये स्पष्ट किया गया कि, सब्जी विक्रय हेतु नगर निगम की ओर से किसी तरह की सूची अब तक जारी ही नहीं की गई। यह सूची फेक है।