
मुरैना. अंचल के सबसे बड़े व्यापारी रमेशचंद्र गर्ग के ठिकानों पर एक बार फिर सीबीआई ने छापा मारा है। केएस ग्रुप पर शनिवार से शुरु हुई कार्रवाई करीब 11 घंटे तक चली।सीबीआइ की चार टीमों ने केएस ग्रुप के ऑफिस, मिल, मेला मैदान बिल्डिंग पर एक साथ छापा मारा।
सीबीआई ने केएस ग्रुप के संचालक रमेशचंद्र गर्ग से भी पूछताछ की और कम्पनी के खातों सहित कई दस्तावेज जब्त कर लिये। सीबीआई अपने साथ कम्प्यूटर का डाटा भी ले गई। सूत्रों की माने तो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का केएस ग्रुप पर 938.81 करोड़ का लोन है। इसी मामले में सीबीआइ की कार्रवाई हुई है।
सीबीआइ की टीम शनिवार को सुबह ही पहुंच गई थी और एक साथ चारों जगह पर रेड कर दी। पहली टीम केएस ग्रुप के मुख्यालय, दूसरी टीम केएस ऑयल मिल, तीसरी टीम केएस कोठी पहुंची और चौथी टीम दिल्ली में ही केएस के ऑफिस पर कार्रवाई कर रही थी।
केएस ग्रुप चेयरमैन रमेशचंद्र गर्ग की माने तो बैंकों के लोन का मामल में सीबीआइ की टीम जांच करने के लिए आई थी। बैंकों के साथ एनसीएलटी कोर्ट में मामला लंबित है।तीन साल हो गये हैं पर सेटलमेंट नहीं हो पा रहा है। इसीलिये स्टेट बैंक अपने लोन के मामले को लेकर सीबीआइ के पास चली गई।
मस्टर्ड ऑयल की नम्बर 1 कम्पनी
देश में कभी सरसों के तेल के व्योपार में सिरमौर रहे केएस ग्रुप पर कई बैंकों का 31 सौ करोड़ से ज्यादा का लोन बकाया है। इससे पहले भी केएस ऑयल तब सुर्खियों में आया ता जब आयकर विभाग की रेड़ हुई थी जो उस समय देशभर में 60 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ की गई थी। छापे के बाद कम्पनी फिर दोबारा से उठ नहीं सकी और 3 हजार करोड़ का कारोबार करने वाली केएस ऑयल 2010 के बाद धीरे धीरे मार्केट से गायब होती चली गई।
Published on:
23 Aug 2020 01:28 pm
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