एमयूटीपी-2 प्रोजेक्ट की लागत 8080 करोड़ रुपए है। वित्तीय साल 2019-20 के बजट में इसे 245 करोड़ रुपए मिले हैं। पिछले साल 170 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया था। 2017-18 के बजट में 137 करोड़ रुपए मिले थे। 2016-17 में 631 करोड़ और 2015-16 के बजट में 512 करोड़ रुपए मिले थे। इसके तहत सीएसएमटी-कुर्ला के बीच पांटवीं और छठी रेल लाइन का निर्माण, परेल टर्मिनस, ठाणे-दिवा के बीच छठी रेल लाइन, मुंबई सेंट्रल-बोरीवली के बीच छठी रेल लाइन और गोरेगांव हॉर्बर लाइन विस्तार जैसे काम इस प्रोजेक्ट में शामिल हैं।
एमयूटीपी-3 प्रोजेक्ट की कुल लागत 10,085 करोड़ रुपए आंकी गई है। चालू वित्तीय साल के लिए 284 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है, जबकि 2018.19 में 519 करोड़ रुपए मिले थे। इसी तरह 2017-18 में 411 करोड़ रुपए और 2016-17 व 2015-16 में क्रमश: पांच करोड़ और एक करोड़ रुपए मिले थे। इस प्रोजेक्ट के तहत डहाणू कॉरिडोर को चौगुना करना, पनवेल-कर्जत के बीच नया उपनगरीय गलियारा, ऐरोली-कलवा लिंक तैयार करना, 47 एसी 12-कार रैक खरीदना, स्टेशनों के बीच के हिस्से में पटरी पार करने से रोकने के लिए उपाय करना,
एमयूटीपी-3ए प्रोजेक्ट की लागत
एमयूटीपी 3ए लागत 33,000 करोड़ रुपए आंकी गई है। चालू वित्तीय साल के दौरान इस प्रोजेक्ट के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है जबकि पिछले साल केवल एक करोड़ रुपए मिले थे। इस प्रोजेक्ट के तहत सीएसएमटी-पनवेल के बीच हाईस्पीड कॉरीडोर, पनवेल-विरार के बीच उपनगरीय कॉरीडोर, बोरीवली-विरार के बीच पांचवीं और छठी लाइन बिछाना, कल्याण-आसनगांव के बीच चौथी लाइन, कल्याण-बदलापुर के बीच तीसरी और चौथी लाइन, कल्याण यार्ड के लिए तैयारी, सेंट्रल और वेस्टर्न रेलवे पर संचार आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली तैयार करना, स्टेशनों का सुधार और 210 एसी लोकल ट्रेनों की खरीद इसमें शामिल है।
वेस्टर्न रेलवे में जोगेश्वरी स्टेशन को टर्मिनस बनाने की योजना है। इसके लिए 50 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। विरार-अंधेरी स्लो ट्रैक पर 15 डिब्बों की लोकल गाड़ी चलाने के लिए 12 करोड़ रुपए मिलेंगे। मुंबई-नई दिल्ली की दूरी कम समय में पूरी करने के लिए गाडिय़ां की स्पीड 200 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने के लिए 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
बेलापुर-सीवुड्स-उरण लाइन को मंजूरी
सेंट्रल रेलवे में बेलापुर-सीवुड्स-उरण की नई लाइन को मंजूरी मिली है। इसकी लागत 1,764 करोड़ आंकी गई है। चालू साल के बजट में इस लाइन के लिए 154 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। नेरल-माथेरान के बीच रेल सुविधाओं के विकास के लिए 3.07 करोड़ का आवंटन हुआ है। 913 करोड़ रुपए लागत वाली कल्याण-कसारा तीसरी लाइन के लिए 160 करोड़ रुपए मिले हैं। सीएसएमटी के प्लेटफार्म नंबर 10, 11, 12 और 13 को 24 कोच की गाड़ी के उपयुक्त बनाने के लिए चार करोड़ रुपए मिले हैं।