
Maharashtra Government Formation: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के बाद महायुति गठबंधन में सरकार बनाने को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। सूत्रों की मानें तो सरकार के गठन और शपथ समारोह से पहले अजित पवार की अगुवाई वाले भाजपा के सहयोगी दल एनसीपी ने सरकार बनाने में बड़ा पेच फंसा दिया है। एनसीपी नेता छगन भुजबल ने भाजपा नेतृत्व के सामने साफ तौर पर कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी का प्रदर्शन शिवसेना के बराबर था। इसलिए नई सरकार में एनसीपी को शिवसेना के बराबर हिस्सेदारी मिलनी चाहिए।
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद महायुति गठबंधन में सहयोगी दल एनसीपी नेता छगन भुजबल ने स्ट्राइक रेट का हवाला देकर अजित पवार के लिए सीएम की कुर्सी मांगी थी, लेकिन अब उन्होंने एनसीपी के लिए नई सरकार में शिवसेना के बराबर हिस्सेदारी मांगी है। छगन भुजबल ने कहा है "महाराष्ट्र विधानसभा में चुनाव में अजित पवार की अगुवाई में एनसीपी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इसलिए नई सरकार में एनसीपी को शिवसेना के बराबर प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए।" उन्होंने आगे कहा "अगर हम चुनाव में अपने गठबंधन का स्ट्राइक रेट देखें तो बीजेपी पहले नंबर पर है और दादा (अजित पवार) की एनसीपी दूसरे नंबर पर है और शिंदे की सेना तीसरे नंबर पर है। इसलिए सरकार में हमें भी शिंदे के बराबर जगह मिलनी चाहिए।"
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मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एनसीपी नेता छगन भुजबल ने ये भी कहा है कि उनकी पार्टी नई सरकार में एकनाथ शिंदे के पार्टी के बराबर हिस्सेदारी से कम पर नहीं मानेगी। सरकार गठन की कोशिशों के बीच एनसीपी ने नई मांग रखकर मामले को पेचीदा बना दिया है। दरअसल, महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में 148 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली भाजपा को 132 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में भाजपा का स्ट्राइक रेट 88.5 फीसदी रहा। वहीं 59 सीटों पर चुनाव लड़कर 41 सीटें जीतने वाली एनसीपी का स्ट्राइक रेट 69.5 प्रतिशत रहा। महायुति गठबंधन की तीसरी पार्टी एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा। इसमें शिवसेना ने 56 सीटों पर जीत दर्ज की। इस लिहाज से शिवसेना का स्ट्राइक रेट 70.4 प्रतिशत रहा।
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से महायुति गठबंधन में नई सरकार के गठन को लेकर उठापटक चल रही है। पहले एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने कहा था "अगर मुख्यमंत्री भाजपा से होगा तो उसके पास गृह विभाग होना चाहिए।" इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी दावा किया जा रहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा मौका नहीं मिलने पर एकनाथ शिंदे सतारा जिले में अपने गांव दारे चले गए। हालांकि इस मामले में कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बयान भी सामने आया। उन्होंने कहा था कि विधानसभा चुनाव के बाद वह आराम करने के लिए अपने गांव गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के दावों की मानें तो भाजपा ने महाराष्ट्र के धार्मिक नेताओं, कलाकारों और लेखकों को भी नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। उधर, नई सरकार में मुख्यमंत्री पद के लिए 2 बार सीएम रह चुके देवेंद्र फडणवीस को रेस में सबसे आगे माना जा रहा है। दूसरी ओर महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां भी जोरों पर चल रही हैं।
महाराष्ट्र में नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। महाराष्ट्र इकाई के भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों की निगरानी कर रहे हैं। सोमवार को उन्होंने दक्षिण मुंबई स्थित समारोह स्थल का दौरा भी किया। भाजपा सूत्रों की मानें तो इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) शासित राज्यों के सीएम और डिप्टी सीएम को भी निमंत्रण भेजा गया है। शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को भी भाजपा कार्यालय में बैठक की गई। इसमें मुंबई इकाई के प्रमुख आशीष शेलार, महाराष्ट्र विधान परिषद में पार्टी के नेता प्रवीण दरेकर, प्रसाद लाड और अन्य नेता शामिल हुए।
Published on:
03 Dec 2024 06:35 pm
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