Shiv Sena Bhawan: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने शिवसेना भवन पर दावा करने के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा, 'हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते है।'
Shiv Sena Uddhav Thackeray: शिवसेना नाम और उसका धनुष-बाण निशान पाने के बाद क्या एकनाथ शिंदे गुट अब शिवसेना भवन (Shiv Sena Bhavan Dadar) पर भी कब्जा करेगा? जहां यह सवाल लोगों के मन में तेजी से उठ रहा है, वहीं रिकॉर्ड बताते हैं कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे नीत धड़े (Eknath Shinde Faction) के लिए यह संभव नहीं है।
जानकारी के मुताबिक, मुंबई के दादर में स्थित सेना भवन का स्वामित्व शिवई ट्रस्ट (Shivai Trust) के पास है, जिसे ठाकरे परिवार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। यानी स्पष्ट है कि शिवसेना भवन किसी पार्टी के नाम पर नहीं है। इससे पहले भी उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने साफ़ कहा था कि शिंदे गुट के पास शिवसेना भवन पर दावा करने का कोई मौका नहीं है। यह भी पढ़े-‘... तो 2024 में होगा आखिरी लोकसभा चुनाव’, उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान; ममता-नीतीश ने किया फोन
शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे (Bal Thackeray) द्वारा पार्टी (Shiv Sena) की स्थापना के लगभग आठ साल बाद 1974 में शिवसेना भवन की स्थापना की गई थी। उद्धव ठाकरे के पिता बाल ठाकरे ने शिवसेना की वर्ष 1966 में स्थापना की थी।
इस बीच, शिंदे गुट यानी शिवसेना ने भी स्पष्ट किया कि वे सेना भवन पर दावा नहीं करेंगे। शिंदे गुट के एक नेता ने कहा, 'जब शिवसेना भवन और शिवसेना शाखाओं पर दावा करने की बात आती है तो इसमें कानूनी पेंच होते हैं। शिवसेना भवन ट्रस्ट का है न कि पार्टी का इसलिए हम इस पर दावा नहीं करेंगे। हालाँकि, शिवसेना की शाखाएँ भी अलग-अलग लोगों के स्वामित्व में हैं, जबकि कुछ शाखाएँ पार्टी के नाम पर हैं, कुछ अन्य शिवसेना नेताओं के नाम पर हैं। हम कोई भी कदम उठाने से पहले इन सभी चीजों पर विचार करेंगे।”
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के प्रवक्ता दीपक केसरकर (Deepak Kesarkar) ने शिवसेना भवन पर दावा करने के बारे में सवाल पूछे जाने पर कहा, 'हम किसी को परेशान नहीं करना चाहते है।'
हाल ही में शिवसेना (उद्धव गुट) सांसद संजय राउत ने दावा किया कि शिवसेना भवन, शाखा, संपत्ति हमारी है। राउत ने कहा, मुंबई स्थित शिवसेना भवन सहित राज्यभर में शिवसेना की सभी शाखाएं कहीं नहीं जाएंगी। शिवसैनिक वहीं बैठेंगे। वहीं बैठकर अपना काम करेंगे। संजय राउत ने कहा है कि उद्धव ठाकरे ही हमारे सेनापति हैं।
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को ‘शिवसेना’ नाम और इसका चुनाव चिह्न ‘धनुष और बाण’ मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाले गुट को आवंटित कर दिया। इससे उद्धव ठाकरे को तगड़ा झटका लगा है।