
Sunita Khot and Shubhangi Bhor
देश को आजाद हुए इस 15 अगस्त को 75 साल पूरे हो जांएगे। इन 75 सालों में देश में बहुत कुछ बदल गया है। भारत ने हर क्षेत्र में प्रगति की है। वहीं पिछले कुछ सालों में देश में एक सबसे बड़ा बदलाव देखा गया है। पिछले कुछ सालों में लगातार देश की महिलाएं हर क्षेत्र में भारत का नाम ऊंचा कर रही हैं। इस बीच मुंबई में पहली बार, मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) ने दो महिला अग्निशमन अधिकारियों को ब्रिगेड में स्टेशन अधिकारी (एसओ) के रूप में पदोन्नत किया है। दो पदोन्नत अधिकारी सुनीता खोत और एसवी भोर सहायक स्टेशन अधिकारी के रूप में कार्यरत थे।
ये दोनों अधिकारी पिछले 10 साल से ब्रिगेड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इन दोनों को अब भायखला और वडाला में तैनात कर दिया जाएगा। मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) के मुख्य अग्निशमन अधिकारी हेमंत परब ने कहा कि इस साल 23 एमएफबी अधिकारियों को पदोन्नत किया गया था। यह भी पढ़ें: 'Amrit Festival of Freedom Run': मुंबई में कई रुट्स हुए बंद, कुछ मार्गों को किया गया डायवर्ट; चेक करें पूरी लिस्ट
बता दें कि शुभांगी भोर पिछले 10 सालों से देश की सेवा कर रही है। शुभांगी भोर ने 10 साल पहले भायखला दमकल केंद्र से अपनी शुरुआत की थी। शुभांगी का कहना है कि शुरू के कुछ दिनों तक उनको काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। क्योंकि एक महिला के लिए अलग-अलग चुनौतियां होती हैं। साथ ही ट्रेनिंग के दौरान भी शुभांगी भोर को काफी परेशानियां उठानी पड़ी थी। तब विभाग में अधिक महिलाएं नहीं थीं।
मुंबई फायर ब्रिगेड (एमएफबी) के मुख्य अग्निशमन अधिकारी हेमंत परब ने कहा कि फायर ब्रिगेड के इतिहास में यह पहली बार है कि दो महिला अधिकारियों को इस पद पर नियुक्त किया गया है और मुझे पूरा भरोसा है कि यह भविष्य में एक मानक स्थापित करेगा। फायर ब्रिगेड में 116 महिला अग्निशामक हैं और एमएफबी के पास पूरे देश में सबसे बड़ी महिला टुकड़ी है, हालांकि महिलाएं, बल का सिर्फ 6% हैं। ब्रिगेड में कुल 180 अधिकारियों में से तीन महिला अग्निशमन अधिकारी भी मौजूद हैं।
ऐसा होना चाहिए महिलाओं का फिटनेस लेवल: बता दें कि इसके लिए महिलाओं का फिटनेस सही रहना बहुत जरुरी है। कुछ न्यूनतम ऊंचाई 162 सेमी होनी चाहिए। वहीं, वजन कम से कम 50 किलो होना जरुरी है। इसके अलावा, महिला अग्निशामकों को चार मिनट में 800 मीटर दौड़ना चाहिए, 19 फीट की ऊंचाई से कूदना चाहिए, अपनी पीठ पर 45 किलोग्राम वजन वाली डमी के साथ दौड़ना चाहिए। लंबी कूद, भाला फेंक, गोला फेंक और सीढ़ी चढ़ने में उनको अच्छा प्रदर्शन करना चाहिए।
Published on:
13 Aug 2022 05:20 pm
बड़ी खबरें
View Allमुंबई
महाराष्ट्र न्यूज़
ट्रेंडिंग
