अब एक फिर भाजपा, शिवसेना युति सीट पर फिर से मंगेश अनन्त कुंडालकर को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं कांग्रेस ने मिलिंद भूपल कांबले को उम्मीदवार बनाया है। मनसे ने अप्पा साहेब अवचरे को उम्मीदवारी दी है, जबकि बहुजन समाज पार्टी ने नितिन गंगाराम भोसले को उम्मीदवार बनाया है। यहां त्रिकोणीय चुनावी मुकाबला दिखाई दे रहा है।
यहां एक तरफ बड़ी संख्या में स्लम है तो दूसरी तरफ काफी बीकेसी कारपोरेट हब के बगल होने के चलते काफी भीड़भाड़ वाला इलाका माना जाता है। वहीं समीप में एयरपोर्ट होने के नाते यहां लोगों का आवागमन काफी ज्यादा रहता है। धारावी के बाद मुंबई का एक बड़ा स्लम वर्ग इसी इलाके में है। यह अल्पसंख्यक बाहुल्य विधानसभा है। यहां एक तरफ मीठी नदी के चलते हर साल पानी भरता है तो दूसरी तरफ शौचालय की बड़ी समस्या है। सीमित शिक्षा और गरीबी के चलते यहां के युवक नशे की चपेट में जाने लगे हैं। इसलिए यहां का क्राइम ग्राफ काफी ऊपर रहता है ।
विधानसभा में ज्यादातर बस्तियां स्लम हैं। इनमें हलाव पुल, सीएसटी रोड, कुर्ला कोर्ट रोड, बैल बाजार, कमानी, पाइप रोड जैसे क्षेत्र आते हैं, जिनके पास सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। इतनी बड़ी आबादी के लिए एक भी अच्छा या बड़ा सरकारी अस्पताल तक नहीं है। कुर्ला स्टेशन के सामने हॉकरों का बड़ा जमावड़ा लगा रहता है। जहां लोगों का चलना दूभर हो जाता है। कुछ हॉकरों का कहना है कि हम कई पीढ़ियों से यहां अपना रोजगार चला रहे हैं। ऐसे में हम कहां जाएं हमारी कोई सुनवाई नहीं है।
कुर्ला के कल्पना टाकीज के पास रहने वाली नियाज अहमद का कहना है कि यहां की स्तिथि बहुत खराब है। बरसात का पानी हमारी दुकान में भर जाता है। यहां की सड़कें बहुत ज्यादा खराब हैं। वहीं कुर्ला निवासी सुशीला चपलोत ने बताया कि हमारे इलाके में साफ-सफाई नहीं रहती है। साथ ही ट्रैफिक बहुत बड़ी समस्या है, विधायक कोई भी हो सिर्फ वादों के अलावा वे कुछ भी नहीं करते हैं।