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maha politics: उद्धव की डिनर डिप्लोमेसी , रात्रि भोज में होगी कूटनीति

फड़नवीस ( devendra fadnvis) सहित सभी भाजपा विधायक ( bjp mla) आमंत्रित (invitation), मुख्यमंत्री (chief minister) ( uddhav thakre) के इस रात्रि भोज में भाजपा के विधायक आमंत्रित, राजनीतिक( political eyes) नजरिये से देखते हुए जानकारों ने "डीनर डिप्लोमेसी "( dinner diplomacy)  का नाम दे रहे है । और कई रोचक कयास लगाया जा रहे हैं ।

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maha politics: उद्धव की डिनर डिप्लोमेसी , रात्रि भोज में होगी कूटनीति

maha politics: उद्धव की डिनर डिप्लोमेसी , रात्रि भोज में होगी कूटनीति

मुंबई . राज्य में पहली बार सत्ता में आई Patrika .com/mumbai-news/maha-politics-bjp-attack-on-shvisena-in-agry-mood-5520221/" target="_blank">ठाकरे सरकार और नागपुर में ठाकरे सरकार का शीतकालीन सत्र दोनो ही पहली बार हुआ है । ऐसे में खुश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों को रात्रि भोज की दवात दी है । सभी मतलब कांग्रेस , एनसीपी और शिवसेना के साथ साथ भजपा और निर्दलीय विधायक भी शामिल है । मुख्यमंत्री के इस रात्रि भोज में भाजपा के विधायकों को आमंत्रित किये जाने से मामला रोचक हो गया है । उद्धव ठाकरे की तरफ से गुरुवार को होने वाली रात्रि भोज को राजनीतिक नजरिये से देखते हुए जानकारों ने "डीनर डिप्लोमेसी " का नाम दे रहे है । और कई रोचक कयास लगाया जा रहे हैं ।
इसमें भाजपा के विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे बातचीत भी करेंगे, उद्धव के पुराने साथी और विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस भी इस मौके पर उपस्थित हो सकते है ।ऐसे में विधान सभा मे में एक दूसरे खिलाफ लफंगे वाले दोस्त डिनर पार्टी में कैसे मिलते है यह भी देखने लायक होगा । भाजपा का साथ छोड़कर कांग्रेस, एनसीपी को साथ लेकर सरकार बनाने के बाद शिवसेना के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पहली बार भाजपा विधायकों के रूबरू होंगे और एक साथ में बैठकर खाना खाएंगे।
सूत्रों की माने तो इसमें भाजपा के विधायक पार्टी में जाने या ना जाने को अभी तक कोई फैसला नहीं कर पाए हैं । जबकि एनसीपी के नेता साफ कह रहे हैं कि इस भोज में कांग्रेस ,एनसीपी, शिवसेना के साथ-साथ भाजप के विधायक भी आमंत्रित हैं ।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा शिवसेना की युति टूट गई । शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा ने सरकार बनाने की प्रयास किया लेकिन बहुमत साबित नही कर पाने की वजह से मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस को मात्र 80 घंटों में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था । और भाजपा सत्ता से दूर हो गई । इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस -एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लिया। ऐसे में सत्ता हाथ से फिसल जाने से खफा भाजपा के विधायकों में शिवसेना के प्रति रोष काफी ज्यादा है । नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायकों का गुस्सा शिवसेना के प्रति साफ देखने को मिल रहा है। 2 दिन पहले भाजपा व शिवसेना के विधायकों में धक्का-मुक्की भी हो गई थी । विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस जहां आक्रामक होकर शिवसेना को दबाने का हर प्रयास कर रहे हैं तो वहीं शिवसेना के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शांत तरीके से अपने तेज तर्रार अंदाज में जवाब जवाब दे रहे हैं । मुख्यमंत्री ठाकरे की ओर से आमंत्रित रात्रि भोज में क्या होगा , कौन सी राजनीतिक बिसात बिछेगी यह तय करना मुश्किल है।


उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा शिवसेना की युति टूट गई । शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा ने सरकार बनाने की प्रयास किया लेकिन बहुमत साबित नही कर पाने की वजह से मुख्यमंत्री बने देवेंद्र फडणवीस को मात्र 80 घंटों में अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था । और भाजपा सत्ता से दूर हो गई । इसके बाद शिवसेना ने कांग्रेस -एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना लिया। ऐसे में सत्ता हाथ से फिसल जाने से खफा भाजपा के विधायकों में शिवसेना के प्रति रोष काफी ज्यादा है । नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में भाजपा विधायकों का गुस्सा शिवसेना के प्रति साफ देखने को मिल रहा है। 2 दिन पहले भाजपा व शिवसेना के विधायकों में धक्का-मुक्की भी हो गई थी । विपक्ष नेता देवेंद्र फडणवीस जहां आक्रामक होकर शिवसेना को दबाने का हर प्रयास कर रहे हैं तो वहीं शिवसेना के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे शांत तरीके से अपने तेज तर्रार अंदाज में जवाब जवाब दे रहे हैं । मुख्यमंत्री ठाकरे की ओर से आमंत्रित रात्रि भोज में क्या होगा , कौन सी राजनीतिक बिसात बिछेगी यह तय करना मुश्किल है।