राज्य के ऊर्जा विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सरकार वर्ष 2019 तक गैर-पारंपरिक तरीकों से 14,400 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करना चाहती है। इसके लिए हम निजी कंपनियों को आमंत्रित करेंगे और ये कंपनियां इस काम के लिए लगभग 70-80 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में जल्द ही एक नीति लाई जाएगी। ऊर्जा का यह श्रोत पारंपरिक श्रोतों की तुलना में कहीं सस्ता और बेहतर है। गैर-पारंपरिक श्रोतों का इस्तेमाल कर हम यह भी सुनिश्चित कर सकते हैं कि हमने पर्यावरण की सुरक्षा की।