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महाराष्ट्र में बारिश ने बरपाया कहर, 24 घंटे में 6 लोगों की मौत, 12 जिलों में अलर्ट घोषित

Maharashtra Rains Update: कोंकण, विदर्भ और मराठवाड़ा में आसमान से आफत बरस रही है। प्रशासन ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को सतर्क कर दिया है।

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मुंबई

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Dinesh Dubey

Aug 29, 2025

Mumbai monsoon 2024

मुंबई में भारी बारिश

मुंबई और आसपास के इलाकों में बारिश ने जोरदार वापसी की है. जबकि मूसलाधार बारिश की भविष्यवाणी करते हुए मुंबई समेत महाराष्ट्र के 12 जिलों के लिए मौसम विभाग (IMD) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विदर्भ और मराठवाड़ा में भी आसमान से आफत बरस रही है। नांदेड और लातूर जिलों में हालात सबसे ज्यादा बिगड़े हैं, जहां भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। मौसम विभाग ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, संभाजीनगर, जालना, परभणी, हिंगोली के अलावा पुणे, कोल्हापुर और सतारा के घाट क्षेत्रों में 24 घंटों का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

महाराष्ट्र सरकार की ओर से 29 अगस्त को सुबह 11 बजे जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में बारिश से राज्यभर में 6 लोगों की मौत हुई है। इनमें चंद्रपुर, नांदेड, यवतमाल और गढ़चिरोली जिलों से एक-एक मौत दर्ज की गई है। इसके अलावा 5 लोग घायल हुए हैं और 42 मवेशियों की भी मौत हुई है।

स्कूलों में छुट्टी, 50 सड़कें और पुल बंद

लातूर जिले में हो रही भारी बारिश से आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिसके चलते प्रशासन ने शुक्रवार को जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है। राज्य के मराठवाड़ा क्षेत्र में स्थित लातूर जिले के 60 राजस्व मंडलों में से 29 में भारी बारिश की वजह से नदियों और नालों का जलस्तर बढ़ गया, जिससे निचले इलाकों में पानी भरने की वजह से राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया है। लगभग 50 सड़कें और पुलों को बंद कर दिया गया है, क्योंकि इनके ऊपर से पानी बहने लगा है।

राज्य महामार्ग क्रमांक 238 के निलंगा-उदगीर-धनेगांव मार्ग को पानी भरने के कारण बंद कर दिया गया है। वहीं, मंजऱा नदी पर बना पुल डूब जाने से निलंगा-उदगीर मार्ग भी बंद है। टगर्खेड़ा को औराड से जोड़ने वाले दो मार्ग भी पानी के कारण अवरुद्ध हो गए हैं। निलंगा तालुका के शेलगी गांव में गुरुवार आधी रात आकाशीय बिजली गिरने से पांच मवेशियों की मौत हो गई।

वहीं, चाकूर तहसील स्थित बीएसएफ शिविर परिसर में बने केंद्रीय विद्यालय में पानी भरने के कारण फंसे 679 छात्रों और 40 शिक्षकों को बीएसएफ जवानों ने गुरुवार शाम सुरक्षित बाहर निकाला। पड़ोसी जिले नांदेड़ में भी भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। वहां भी सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

वसई हादसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ा

इसी बीच महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई शहर में एक चार मंजिला अवैध इमारत (Ramabai Apartments Building Collapsed) का हिस्सा ढहने की घटना में मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 17 हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि स्वामी समर्थ नगर स्थित रमाबाई अपार्टमेंट का पिछला हिस्सा बुधवार रात करीब 12 बजकर 5 मिनट पर अचानक ढह गया था। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 26 लोगों को मलबे से निकाला गया, जिनमें से 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 9 घायल हैं। एनडीआरएफ ने राहत और बचाव कार्य पूरा होने की पुष्टि की है।

PM मोदी ने जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वसई में आवासीय इमारत के ढहने की घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र के पालघर में एक इमारत के ढहने से हुई दुर्घटना से गहरा दुख हुआ है। इस कठिन घड़ी में मेरी संवेदनाएँ प्रभावित लोगों और उनके परिवारों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।"