सीएम उद्धव ठाकरे की सरकार को बचाने के लिए तमाम कोशिशें हुई हैं और अभी भी चल रही हैं। एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना की तरफ से मंथन शुरू है लेकिन कोई अच्छी खबर सामने नहीं आई है। ठाकरे ने बुधवार को ही सीएम आवास छोड़ दिया है। लेकिन वे अपने पद पर बने हुए हैं। हालांकि उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि बागी सामने आकर बात करें वो इसके लिए तैयार हैं। फिर भी शिवसेना में बगावत जारी है। लगातार एकनाथ गुट की ताकत बढ़ रही है।
उद्धव ठाकरे के खुले ऑफर के बावजूद एकनाथ शिंदे मानने को तैयार नहीं है। इसका सीधा मतलब है कि शिंदे आर-पार की लड़ाई लड़ने के मुड में हैं। शिवसेना में उद्धव के खिलाफ विधायकों ने जिस तरह से बगावत का झंडा बुलंद किया है उससे साफ है कि उनकी कुर्सी चली जाएगी। ऐसे में वह अगर सरकार बचाना चाहते हैं तो एकनाथ शिंदे को सीएम बना दें। खबरें यह भी हैं कि कांग्रेस और एनसीपी ने भी उन्हें यही सुझाव दिया है। ऐसे में उद्धव आने वाले समय में क्या फैसला लेंगे इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।