
गोरेगांव के मोतीलाल नगर का होगा कायापलट
मुंबई. महामुंबई के गोरेगांव पश्चिम की अब जल्द ही महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) कायापलट करने वाली है। पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन में म्हाडा के कई आलाधिकारी मौजूद रहे। इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से 3 हजार 628 परिवारों को इसका फायदा होगा। एक माइक्रो सिटी के तौर पर विकसित होने वाले मोतीलाल नगर की पूरी प्लानिंग म्हाडा कर चुकी है। 40 एकड़ क्षेत्र में फैले 3-4 मंजिला चॉल की इमारतें हैं। इस पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के दौरान मुख्य तौर पर पीके दास, म्हाडा के वाइस प्रेसिडेंट मिलिंद म्हेस्कार, मुख्य अधिकारी दीपेंद्र सिंह कुशवाहा समेत विभाग के प्रतिनिधि, संबंधित अधिकारी, नगरसेवक के अलावा राज्य सरकार की मंत्री विद्या ठाकुर उपस्थित रहे। प्रोजेस्ट की प्राथमिक समीक्षा पूरी हो गई है। वहीं चव्हाण ने कहा कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना को लेकर 8-10 दिनों में किरायदारों से भी उचित परामर्श लिया जाएगा।
मूलभूत सुविधाओं से लैश होगा छोटा शहर
म्हाडा की माने तो यह एक छोटे शहर की तरह होगा, जहां हर तरह की जरूरी सुविधाएं उपलब्ध होंगी और साथ ही यहां कामकाजी महिला छात्रावास, वृद्धाश्रम और बच्चों के लिए घरों के निर्माण की भी
योजना है। निर्माण कार्य के पहले चरण को ढाई साल में पूरा करने की योजना है। विदित हो कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को घर बनाने के लिए मोतीलाल नगर की स्थापना 1960 में हुई थी। हालांकि इसमें 200 वर्ग फुट के घर हैं, जबकि 15 सौ से अधिक रहिवासियों ने चॉलों के आसपास की भूमि पर अवैध रूप से घरों का निर्माण
किया है।
मिलेंगे डेढ़ हजार वर्ग फुट के घर
क्षेत्र के पुनर्विकास के बाद यहां हजारों सस्ते घर तैयार किए जाएंगे, जिसे लॉटरी से लोगों को दिया जाएगा। हमारा ध्येय म्हाडा की जमीन पर अधिकाधिक निर्माण करना है। बिल्डर की ओर से लोगों को डेढ़ हजार वर्ग फुट के घरों के अलावा कॉर्पस फंड के तौर पर 11 लाख रुपये दिए जाएंगे।
मधु चव्हाण
चेयरमैन, मुंबई म्हाडा
Published on:
26 May 2019 06:08 pm
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