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mumbai news: लॉकडाऊन में फीकी पड़ी पान की मिठास

मुंबई में पान का कारोबार ग्रांट रोड स्थित सुतार गल्ली व नल बाजार में होता है। यहाँ पर करीब तीन सौ से अधिक दुकानों पर पान का कारोबार होता है, यह मुंबई की सबसे बड़ी पान मंडी है

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मुंबई

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Subhash Giri

Jun 06, 2020

mumbai news: लॉकडाऊन में फीकी पड़ी पान की मिठास

mumbai news: लॉकडाऊन में फीकी पड़ी पान की मिठास

मुंबई. भारतीय खानपान में भोजन के बाद पान खाना एक संस्कृति का रूप ले चुका है। पूजा पाठ में उपयोग के अलावा पान को औषधी के तौर पर भी उपयोग किया जाता है। मुंबई में पान का कारोबार ग्रांट रोड स्थित सुतार गल्ली व नल बाजार में होता है। यहाँ पर करीब तीन सौ से अधिक दुकानों पर पान का कारोबार होता है। यह मुंबई की सबसे बड़ी पान मंडी है जहाँ से मुंबई के हर नुकड्डों पर पान की दुकानों के अलावा ठाणे,कल्याण,विरार आदि उपनगरों में भी पान की आपूर्ति की जाती है। मुंबई पान विक्रेता संघ के कमिटी के नीलेश चौरसिया बताते हैं कि इस मंडी में चार पीढ़ियों से पान का कारोबार हो रहा है।
सबसे अधिक नुकसान पान कारोबारियों को हुआ
इस पान मंडी में ट्रेन से कोलकाता, उड़ीसा के मिदनापुर, बिहार, मध्यप्रदेश से पान मंगाया जाता है। जिसमें कलकत्ता, बनारसी, मघई,देशी व पुणे पान आदि है। लॉकडाऊन से पहले बड़ी मात्रा में पान आया था जो सड़ गया और अब खेतों में पान सड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में सबसे अधिक नुकसान पान कारोबारियों को हुआ है। पान के अलावा जर्दा, सुपारी व कत्था का कारोबार पूरी तरह बंद हो गया है। सरकारी गाइड लाइन में थूकने पर रोक लगने के बाद पान का कारोबार पूरी तरह तबाह हो गया है। पान कारोबार मुख्य रूप से चौरसिया समाज का पैतृक व्यवसाय है। चौरसिया समाज महाराष्ट्र की पदाधिकारी निर्मला चौरसिया ने कहा कि कोरोना महामारी में हमारा पैतृक व्यवसाय चौपट हो गया है। पान कच्चा सामग्री इसे बड़े जतन से रखना होता है।
थूकने से बिमारी का प्रसार सम्भव
उन्होंने कहा कि पान खाना अच्छी आदत है मगर इसके थूकने से बिमारी का प्रसार सम्भव है इस लिए सरकार को कुछ नियम बनाकर इस व्यवसाय को फिर से शुरू करने पर ध्यान देना चाहिए। लॉकडाउन में चलते पान उत्पादकों व विक्रेताओं को बड़ी आर्थिक क्षति भी उठानी पड़ी है। पान कारोबार में छोटे से लेकर बड़े व्यापारी तक लाखों लोग इस उद्योग से जुड़े हुए हैं जिनका जीविकोपार्जन एक मात्र यही जरिया है। लॉकडाउन खुलने के साथ ही पान व्यवसाय को बचाया गया तो लोग बेरोजगार होने से बच जायेंगे।