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एकमुश्त रकम का होता है भुगतान
कोरोना रक्षक पॉलिसी बेनिफिट आधारित पॉलिसी है। अगर पॉलिसीहोल्डर को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाता है तो बीमा कंपनी के द्वारा एकमुश्त भुगतान कर दिया जाता है। भुगतान पाले के लिए शर्त ये है कि कम से कम 72 घंटे यानी तीन दिनों तक अस्पताल में भर्ती होना काफी जरूरी है। वहीं इस पॉलिसी को 18 साल से 65 साल तक का कोई भी व्यक्ति ले सकता है। यह पॉलिसी प्रत्येक हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी के पास अवेलेबल है।
3.5 से 9.5 महीने तक की पॉलिसी
इस पॉलिसी में आपको तीन तरह के ऑप्शन मिल रहे हैं। यह ऑप्शन समय के हैं कि आप कितने टेन्योर तक के लिए यह पॉलिसी कराना हैं। तीनों ही टेन्योर महीनों में हैं। पहली पॉलिसी या यूं कहें कि पहला ऑप्शन 3.5 महीने का है। दूसरा ऑप्शन आपको 6.5 महीने का मिल रहा है। इसके अलावा अगर आप थोड़ा और लंबा टेन्योर लेना चाहते हैं तो 9.5 महीने का भी आपके पास ऑप्शन है। इन तीनों में से आप किसी भी ऑप्ट कर सकते हैं। अवधि खत्म होने के बाद आप इन्हें रिन्यु भी करा सकते हैं। ताकि आपको लगातार इसका फायदा मिलता रहे।
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15 दिन का है वेटिंग पीरियड
वैसे तो बाकी हेल्थ पॉलिसी में वेटिंग पीरियड महीनों का होता है, लेकिन कोरोना काल में इसे दिनों में कर दिया गया है। खासकर यह कोविड से जुड़ी स्पेशल पॉलिसी है इसलिए इसमें 15 दिनों का वेटिंग पीरियड है। इस दौरान आप किसी भी तरह का क्लेम नहीं कर सकते हैं। इस पीरियड में आपको कोई बेनिफिट नहीं दिया जाएगा। मतलब साफ है कि इस कोरोना रक्षक पॉलिसी को खरीदने के 15 दिनों के बाद आपको कोई क्लेम दिया जाएगा।
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50 हजार से 2.5 लाख तक का फायदा
अब जरा इस पॉलिसी के तहत मिलने वाले सबसे बड़े फायदे के बारे में आपको बता देते हैं। आप भी सोच रहे होंगे कि आपको यह पॉलिसी लेने के बाद कोरोना का कितने रुपए तक का इलाज का खर्चा मिल पाएगा। इस पॉलिसी को लेने के बाद कंपनियां आपको 50,000 रुपए से लेकर 2.5 लाख रुपए तक सम इंश्योर्ड ऑफर कर रही हैं। यह वह राशि होती है जिसे हम कवर की कुल वैल्यू कहते हैं। यह राशि बीमा कंपनी पॉलिसीधारक के लिए तय करती है। उदाहरण के लिए अगर किसी व्यक्ति को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में 2 लाख रुपए का सम इंश्योर्ड मिलता है तो अस्पताल में भर्ती होने पर उसका 2 लाख रुपए तक का खर्चा कंपनी उठाएगी।