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यूपी के इन शहरों में बारिश ने जमकर ढाया कहर, तीन लोग और एक घोड़े की मौत, 6 गंभीर

गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर में करंट से दो बच्चे, एक शख्स और एक घोड़े की मौत, मकान गिरने से आधा दर्जन लोग घायल

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यूपी के इन शहरों में बारिश ने जमकर ढाया कहर, तीन लोग और एक घोड़े की मौत, 6 गंभीर

मुज़फ्फरनगर/शामली/बागपत/गाजियाबाद. तप्ती गरमी से राहत पाने के लिए लोग ईस्वर से बारिश की दुआ मांग रहे थे। लेकिन जब बारिश हुई तो चारो तरफ हाहाकार मच गया। दिल्ली एनसीआर में जहां जगहृजगह वाटर लॉगिंग की वजह से लोग परेशान रहे। कहीं लोगों के घर में पानी घुस गया तो कहीं लोक सड़कों पर मजा पानी की वजह से लगे जाम की वजह से घंटों तक सड़कों पर जाम में फेंसे रहे। बारिश की वजह से सबसे दुखद खबर मुजफ्फरनगर से आई है। यहां सुबह से हो रही बरसात के कारण ट्रंसफार्मरो में भी करंट दौड़ने लगा । अर्थ के तार में हाई वोल्टेज करंट आने से अपने घर से घोड़े को चराने गए दो मासूमों की घोड़े सहित करंट लगने से मौके पर ही मौत हो गई। मासूमो की मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया । वहीं, गाजियाबाद से शिप्रा सन सिटी में भी बच्ची को स्कूल से छोड़कर घर आ रहे एक शख्स की करंट लगने मौत होई। वहीं, उत्तर प्रदेश के ही शामली में भारी बरसात के चलते एक मकान भरभराकर गिर गया। मकान के गिर जाने से उसकी चपेट में आए एक ही परिवार के करीब आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मकान के गिर जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बामुश्किल नागरिकों को मलबे से बाहर निकाला और हॉस्पिटल पहुंचाया। घायलो में से दो की हालत गंभीर होने के कारण उनको हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इसके अलावा भारी बारिश की वजह से बागपत में भी भारी बारिश होने से जन जीवन अस्त व्यस्त गया। बागपत कलक्ट्रेट सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों में जबरदस्त जलभराव हो गया है। कलक्ट्रेट में बनी बिल्डिंग 3 से 4 फ़ीट तक पानी मे डूब गई।

मुजफ्फरनगर
खतौली थाना क्षेत्र के नई बस्ती में रेलवे लाइन के किनारे दो मासूम सुहैल (10) पुत्र शकील अपने दोस्त समीर (12) पुत्र रियाजुद्दीन के साथ घोड़े को चरा रहे थे। तभी बरसात के कारण पास में लगे ट्रांसफार्मर के अर्थिंग के तार में हाई वोल्ट का करंट दौड़ गया । इसी दौरान घास चर रहा घोड़ा तार से टकरा गया, जिससे उसे करंट लग गई। पास खड़े दोनों मासूमो ने घोड़े को अचानक गिरा देख जैसे ही उसे उठाने की कोशिश की तो दोनों मासूम भी करंट की चपेट में आ गए । इस घटना में दोनों मासूमों सहित घोड़े की भी मौके पर ही मौत हो गई। दोनों मासूमों की मौत की खबर लगते ही परिजनों में कोहराम मच गया । परिजन घटना स्थल पर पहुचे और जमकर हंगामा काटा। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद एसडीएम खतौली भी बिजली विभाग के आलाधिकारियों सहित मौके पर पहुंचे और मासूमों के परिजनों को समझाबुझकर शांत किया। पुलिस ने दोनों मासूमो के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है ।

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शामली

शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव तीतरवाडा में जगपाल अपने परिवार के साथ अपने घर में था। यहां 2 दिन से हो रही भारी बारिश की वजह से जगपाल के मकान के पास बन रहे एक नाले में जल भराव के कारण उसका मकान भरभराकर गिर गया। मकान के गिर जाने से उस में दबकर जगपाल और उसके पांच अन्य परिजन घायल हो गए। मकान गिर जाने की सूचना पर मौके पर पहुंचे नागरिकों ने घायलों को बमुश्किल मलबे से बाहर निकाला और उपचार के लिए कैराना सीएचसी में भर्ती कराया। घायलों में से दो की हालत ज्यादा गंभीर होने के कारण उनको इलाज के लिए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। हादसे की सूचना पर मौके पर पहुंचे सीओ कैराना राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि बारिश के चलते मकान गिरा है, जिसमें 5 लोग दबे गए थे।

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बागपत
भारी बारिश होने से बागपत में जन जीवन अस्त व्यस्त गया है । बागपत कलक्ट्रेट सहित क्षेत्र के दर्जनों गांवों में जबरदस्त जलभराव हो गया है। कलक्ट्रेट में बनी बिल्डिंग 3 से 4 फ़ीट तक पानी मे डूब गई। जिससे गुरुवार को कलक्ट्रेट में कोई भी काम नहीं हो सका। इसके अलावा इलाके के दर्जनों गांव भी बारिश के कारण जलमग्न हो गए हैं। घरों और सड़कों पर कई-कई फ़ीट तक पानी जमा है। घरों में पानी घुस जाने से लोगों की परेशानी बड़ गई है। खाने पीने की समाग्री और पेयजल की समस्या लोगों के सामने खड़ी हो गई है। कई लोगों के घरों में रखे अनाज भी भीग गए हैं। छतों और अन्य ऊंचे स्थानों पर लोग शरण लेने को मजबूर हो रहे हैं। जबरदस्त जलभराव से ग्राम प्रधानों और नगरपालिका द्वारा चालए गयी सफाई अभियान की भी पोल खुल गई है । क्योंकि जिन नालो को लाखों रुपये का बजट लगाकर साफ करवाने का दावा किया जा रहा है, उन्में गंदगी अटी पड़ी है। पानी निकलने का रास्ता ठप हो गया है, जिसकी वजह से जलभराव की वजह से लोगों के घर से लेकर कलक्ट्रेट, सड़कें सभी तालाब में तब्दील हो गए हैं।

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