शामली. झिंझाना थाना क्षेत्र के कस्बा ऊन प्राइमरी पाठशाला में 12 साल का बच्चा चला रहा है। इस स्कूल के टीचर आराम फरमाते हैं। और पूरा का पूरा क्लास बच्चे के उपर छोड़ देते हैं। स्कूल के कार्यवाहक से जब इस बात की जानकारी लगी तो
मैडम और मास्टर जी झांकने लगे। प्रदेश के स्कूलों के ऐसे हालत देखकर यही सवाल उठता है कि क्या योगीराज में स्कूलों के ऐसे ही हालात रहेंगे। ऐसे स्कूलों में आखिर कर बच्चे कैसे पढ़ पाएंगे।
मामला जनपद शामली के उन तहसील के गांव पुर माफी प्राइमरी स्कूल का है। जहां बच्चे फर्श पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल के टीचर बच्चों को पढ़ाने की जगह दूसरे स्कूल में 3 स्कूल के प्रभारि के साथ खाना खाती देखी गई।
स्कूल के मैडम से जब पुछा गया कि आप यहां क्या कर रहे हैं तो उनको जवाब था हमें कोई आम भेंट में दे गया है तो हम यहां बैठकर आम खा रहे थे।
वहीं जब बच्चों से पुछा गया कि आप यहां पढ़ने की जगह क्यों पढ़ा रहे हैं तो उनका जवाब था कि मैडम बोलकर गईं हैं इसलिए ऐसा कर रहे हैं।