बैठक में अभिषेक चौधरी गुर्जर ने कहा कि समाज की 15 वर्ष से आरक्षण की मांग है, जिस पर सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है। 2007, 2008 के आंदोलन में 73 गुर्जर समाज के लोग शहीद हुए थे, लेकिन समाज को आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। जबकि देश मे सवर्णों को आरक्षण केंद्र सरकार ने 5 मिनट में जारी कर दिया। गुर्जर समाज सवर्णों के आरक्षण का बिल्कुल भी विरोध नहीं करता है। वहीं केंद्र सरकार से पुरजोर मांग करता है कि केंद्र सरकार तुरंत राजस्थान के आंदोलन को संज्ञान में ले। समाज की महिलाएं और बुजुर्ग हजारों की संख्या में रेलवे ट्रैक पर हैं। आज धौलपुर में आंदोलन हिंसात्मक हुआ, गोलीबारी आगजनी हुई, उसकी सद्भावना सभा निंदा करती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से गुर्जर सद्भावना सभा मांग करती है कि अविलंब राजस्थान में गुर्जर आरक्षण पर संज्ञान ले और समाज की मांग को पूरा करे। अन्यथा मुजफ्फरनगर का गुर्जर समाज भी 16 मार्च से सड़कों/रेलवे ट्रैक पर होगा। बैठक में सतीश भड़ाना, विनय प्रधान, पुष्पेंद्र कुमार, अनिल प्रधान, जोगेंद्र सिंह, कंवरपाल मुखिया, सूंदर प्रधान अन्तवाड़ा, करणबीर प्रधान पिपलहेड़ा, वीरेंद्र खारी, मनोज चौधरी, बिट्टू बिजोपुरा, अनुज कुमार, शशि छोकर, कुलदीप भूमम, अंकुर भाटी, पवन मास्टरजी, प्रशांत नंगला खेप्पड़, प्रवीन मोचडी, आदि उपस्थित रहे।