दरअसल मुजफ्फरनगर में महिला थाने में तैनात उप निरीक्षक सीमा यादव की उस समय अचानक तबीयत बिगड़ गई जब वह अपने आवास पर थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हुई तो महिला थाने में तैनात दरोगा एक होमगार्ड को इसकी जानकारी लगी। जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए महिला थाने के पास ही स्थित एक निजी हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया। वहीं जिला चिकित्सालय में भी प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर ने उसे मेरठ रेफर कर दिया।
जिला चिकित्सालय के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बाबू राम ने बताया कि महिला दरोगा की हालत गंभीर है, उन्होंने जहर खाया है, इसी वजह से हालत को गंभीर देखते हुए उसे मेरठ रेफर किया गया है। उन्होंने कॉकरोच मारने की दवा पी ली है। जिला चिकित्सालय में एसपी सिटी सतपाल आंतिल सीओ सिटी हरीश भदौरिया शहर कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान और थाना सिविल लाइन प्रभारी समय पाल अत्री महिला थाना प्रभारी प्रीता यादव सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। वहीं महिला दरोगा के भाई लोकेश निवासी भराला सेक्टर 49 नोएडा द्वारा पुलिस अधिकारियों को भेजी गई ऑनलाइन तहरीर में महिला थाना प्रभारी सहित कई अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं घटना के संबंध में एक प्रार्थना पत्र भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें महिला थाने की प्रभारी सहित दो पुलिस अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
एसपी सिटी सतपाल आंतिल ने बताया कि महिला दरोगा मानसिक डिप्रेशन में थी। महिला सब इंस्पेक्टर की अचानक तबीयत खराब हुई है जिसके चलते उसे जिला चिकित्सालय में लाया गया है महिला सब इंस्पेक्टर मानसिक तनाव में है जिसके चलते से बेहतर इलाज के लिए मेरठ रेफर किया गया है।