मुजफ्फरपुर। बिहार में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है, जो एक बड़ा अपराध का खुलासा भी करता है। यहां उत्तर बिहार में लोगों को भूकंप का डर दिखाकर लाखों की नकली दवा बाजार में बेच दी है। यह कारोबार गत 9 माह से बदस्तूर जारी था।
मामले में बताया गया है कि स्टेमेटिल एमडी नामक इस दवा की अप्रत्याशित बिक्री देखकर औषधि विभाग ने इसकी जांच की तो मामला पकड़ में आया। इस खेल में मास्टर माइंड रहे सरैयांगज स्थित अमन ड्रग का लाइसेंस रद कर दिया है। संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
जानकारी के अनुसार भूकंप के बाद उत्तर बिहार में बड़ी मात्रा में चक्कर व सिरदर्द रोकने की नकली दवा बेचने का खुलासा हुआ है। एक ब्रांडेड कंपनी के रेपर व बैच नम्बर लगाकर नौ माह तक लाखों की नकली दवा बेची जाती रही।
गौरतलब हो कि अप्रैल 2015 में भूकंप के झटकों के बाद लोगों में चक्कर व सिरदर्द की परेशानी बढ़ी थी। इसके लिए आने वाली दवा स्टेमेटिल एमडी की बिक्री दस गुनी से भी अधिक बढ गई थी। अचानक बढ़ी मांग पर औषधि नियंत्रण अधिकारियों को संदेह हुआ और जांच शुरू कर दी थी।