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मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामलाः सीबीआई अनुसंधान से सफेदपोशों में बढ़ी बेचैनी

सीबीआई टीम को ब्रिजेश ठाकुर के ठिकाने से जिन मंत्रियों, विधायकों और अफसरों और परिचितों के नंबर मिले हैं, उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कई मोबाइल नंबरों और रसूखदारों के नाम सार्वजनिक करने की मांग भी उठने लग गई है...

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(पत्रिका ब्यूरो,पटना ): मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में सीबीआई टीम की जांच के बीच कई सफेदपोशों में बेचैनी बढ़ गई है। सीबीआई बालिका गृह से आठ बंडल फाइलें ज़ब्त कर ले गई। इनमें कई सफेदपोशों और संस्थाओं से ब्रिजेश ठाकुर के सेवा संकल्प एवं विकास समिति के रिश्तों का भी जिक्र बताया जा रहा है। सीबीआई टीम को बालिका गृह के एक कमरे से कई सीडी, फोटोग्राफ और अन्य महत्वपूर्ण कागजात भी मिले हैं। सूत्रों की मानें तो जब्त फोटोग्राफ में कुछ समारोह और कार्यक्रम की तस्वीरें हैं। इन फोटोज में लड़कियां कतार में खड़ी देखी जा रही हैं। इन आयोजनों में कई रसूखदार और सफेदपोश शामिल हैं। सीबीआई टीम को ब्रिजेश ठाकुर के ठिकाने से जिन मंत्रियों, विधायकों और अफसरों और परिचितों के नंबर मिले हैं, उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कई मोबाइल नंबरों और रसूखदारों के नाम सार्वजनिक करने की मांग भी उठने लग गई है। सांसद पप्पू यादव और भाकपा माले नेता राजाराम ने इन्हें सार्वजनिक करने की मांग की है।

जब्त फाइलों से साक्ष्य जुटा रही सीबीआई

सीबीआई ज़ब्त की गई सौ से अधिक फाइलों से साक्ष्य जुटाने में लगी है। सूत्रों का कहना है कि ब्रिजेश के पास मिले कागजात में मोटी रकम के लेनदेन का भी जिक्र है। माना जा रहा की सीबीआई टीम ने इस बिंदु पर अपने अनुसंधान को और तेज कर दिया है। सीबीआई दस्ते ने कुछ पुराने कपड़े भी ज़ब्त किये हैं। कुछ फिंगर प्रिंट उठाए गए हैं। इन नमूनों की फौरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा जांच की जा रही है।

निकाला जा रहा सीडीआर


ब्रिजेश ठाकुर के पास मिले मोबाइल नंबरों का सीडीआर निकालने की तैयारी की गई है। इसके दो मकसद हैं, एक तो यह कि नंबर किसके हैं। दूसरा यह कि उस नंबर से ब्रिजेश की कब और क्या बातें हुईं। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई टीम को चालीस से अधिक नंबर हाथ लगे हैं। ये नंबर राजनीतिक रसूखदारों और अफसरों के हैं। हालांकि पुलिस और सीबीआई के अधिकारी इस बाबत अभी कुछ भी बोलने से परहेज़ कर रहे हैं।