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Bihar News: अरे अमरनथवा तूने क्या कर दिया रे… 2 बेटों को छोड़ 3 बेटियों संग मजदूर ने क्यों खत्म की ज़िंदगी?

Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का रहने वाला दिहाड़ी मजदूर अमरनाथ राम ने अपने पाँच बच्चों के साथ फांसी के फंदे पर झूल कर जान देने की कोशिश की। तीन बेटियों समेत अमरनाथ की मौत हो गई, जबकि दो बेटे बच गए।

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CRPF Jawan suicide

Dead body (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Bihar News अरे अमरनथवा, तूने क्या कर दिया रे…सोशल मीडिया पर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के नवलपुर‑मिश्रौलिया गांव का वीडियो बड़ी तेज़ी से शेयर हो रहा है। इस घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और मुजफ्फरपुर प्रशासन की ओर से पूरे मामले की जांच चल रही है। जांच में प्रशासन यह पता लगाने का प्रयास कर रहा है कि आत्महत्या के कारण क्या हैं।

तीन बेटियों और दो बेटों के साथ फंदे पर झूला

दिहाड़ी मजदूर अमरनाथ ने अपनी तीन बेटियों और दो बेटों के साथ फंदे पर झूल कर आत्महत्या कर ली। संयोगवश दोनों बेटे बच गए, लेकिन अमरनाथ और उसकी तीन बेटियों की मृत्यु हो गई। इस हृदय‑विदारक घटना के बाद पूरे गाँव में शोक का माहौल है। पुलिस ने चारों मृतकों के पोस्ट‑मॉर्टम के बाद जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि अमरनाथ ने यह कदम क्यों उठाया।

अरे अमरनथवा, तूने क्या कर दिया रे

इधर, अमरनाथ के घर में गहरा शोक छाया हुआ है। महिलाएँ और रिश्तेदार छाती पीट‑पीट कर रो रहे हैं। चीख‑चिल्लाहट में वे कहती हैं- “अरे अमरनथवा, तूने क्या कर दिया रे, खुद तो मर गया, लेकिन बच्चों को क्यों अपने साथ ले गया?” गाँव वाले इस मामले पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। दिहाड़ी मजदूर अमरनाथ के चाचा सीताराम ने बताया, “साढ़े चार बजे उठे तो बच्चे रोते हुए दिखे। उन्होंने कहा, ‘दादा, पापा और दीदी फांसी लगा लिये’। यह सुनते ही मैं जमीन पर बैठ गया, मेरा दिमाग काम करना बंद कर दिया।”

पत्नी के मरने के बाद टूट गया था

अमरनाथ की पत्नी होली से आठ दिन पहले मर गई थी। आसपास के लोग कहते हैं कि उसके बाद से अमरनाथ टूट गया था। पत्नी के इलाज में बहुत पैसे खर्च हो गए थे, इसलिए वह बहुत चिंतित रहता था। पत्नी की मौत के बाद उसने काम करना भी छोड़ दिया था। राशन डीलर से मिलने वाले अनाज से पूरा परिवार अपना जीवन चलाता था।

कबाड़ दुकान में काम करना नहीं था पसंद

कबाड़ की दुकान में अमरनाथ को पसंद नहीं था। अमरनाथ की पत्नी कबाड़ की दुकान में काम करती थी, लेकिन अमरनाथ इसका विरोध करता था। आर्थिक तंगी के कारण वह मजबूर थी। पुलिस के अनुसार, बीमारी के इलाज में अमरनाथ ने काफी कर्ज ले लिया था। गांव के लोग अक्सर उससे पैसा मांगते थे, जिससे वह परेशान रहता था। संभवतः आत्महत्या का यह एक कारण हो सकता है। हालांकि पुलिस की जांच अभी जारी है। जांच पूरी होने पर ही सही कारण पता चल पाएगा।